बिहार में चुनाव प्रचार जोर-शोर से चल रहा है। इस बीच मंच पर चढ़कर नेता सरकार गिराने के दावे करने से नहीं चूकते हैं। कांग्रेस प्रत्याशी मशकूर अहमद उस्मानी जब स्टेज पर खड़े होकर नीतीश सरकार गिराने की बात कर रहे थे तभी वह कार्यकर्ताओं सहित मंच नीचे आ गिरे। संयोग ही है कि गिरने गिराने की बात करते हुए कुछ सेकंड ही बीते थे कि मंच जवाब दे गया। बिहार चुनाव में यह कोई पहला वाकया नहीं है। इससे पहले एक बार लालू यादव का मंच धराशायी हो गया था। इस बार लालू के समधीचंद्रिका राय का भी मंच अचानक टूट गया था।

वायरल वीडियो में दिख रहा है कि उस्मानी स्टेज से लोकतंत्र और सरकार गिराने की बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘जनता को सरकार चुनने का मौका मिलता है। लोकतंत्र में लोग जानते हैं कि किसको कब उठाना है और कब गिरा देना है।’ यह कहते ही अन्य लोगों के साथ नेता जी मंच सहित जमीन पर गिर गए। यह वायरल वीडियो जाले विधानसभा में जनसंपर्क अभियान के दौरान का बताया जा रहा है।

इससे पहले लालू यादव के समधी और जेडीयू उम्मीदवार चंद्रिका राय का भी मंच चुनावी सभा के दौरान टूट गया था। मंच पर जैसै ही राय को माला पहनने की घोषणा हुई, मंच टूट गया। इस घटना में पार्टी के कार्यकर्ताओं को हल्की चोटें भी आईं। दरअसल 14 अक्टूबर को नामांकने के बाद ही सोनपुर के मेला ग्राउंड में जनसभा का आयोजन किया गया था। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी भी शामिल हुए थे। हालांकि जब मंच टूटा तब रूड़ी जा चुके थे।


एक बार लालू प्रसाद यादव गरखा के महारूद्र यज्ञ में गए थे। वहां मंच पर ज्यादा लोगों के होने की वजह से यह टूट गया। लालू को इस घटना में चोट भी लग गई थी। इसके बाद अस्पताल में उन्हें चेकअप के लिए जाना पड़ा। हालांकि आरजेडी की तरफ से चोट लगने की बात से इनकार किया गया था।