राजस्थान में 200 सीटों के लिए 7 दिसंबर को वोटिंग होनी हैं। भाजपा की प्रदेश मुखिया वसुंधरा राजे झालरापाटन से मैदान में हैं तो उस ही सीट से कांग्रेस ने प्रत्याशी के तौर पर पूर्व भाजपा विधायक मानवेन्द्र सिंह को मैदान में उतारा है। गौरतलब है कि मानवेन्द्र की पत्नी चित्रा सिंह ने भी नामांकन दाखिल किया था लेकिन वो खारिज हो गया था। जिसके बाद से वो अपनी पति मानवेन्द्र के लिए ही जमकर प्रचार कर रही हैं।

राजनीति में बढ़ेगा मानवेन्द्र का कद
ईनाडू इंडिया से खास बातचीत में मानवेन्द्र सिंह की पत्नी चित्रा ने कहा कि वसुंधरा राजे जैसी नेता के सामने चुनाव लड़ने से प्रदेश में मानवेन्द्र का कद बढ़ेगा। इस बात से मानवेन्द्र को भी गर्व है।

वसुंधरा सरकार ने किया परेशान
चित्रा सिंह ने कहा कि उनके परिवार को सबसे ज्यादा वसुंधरा राजे सरकार ने परेशान किया। भ्रष्टाचार- तानाशाही इस सरकार की खासियत रही और इस पर आलाकमान ने भी कोई सुनवाई नहीं की। वहीं खुद के चुनाव लड़ने पर चित्रा ने इसे कार्यकर्ताओं की मंशा बता दिया और कहा कि जमीनी कार्यकर्ताओं को भी बराबरी का मौका मिलना चाहिए।

2004 से वसुंधरा ने किया था टारगेट
वसुंधरा पर हमला करते हुए चित्रा ने कहा कि 2004 से वसुंधरा राजे ने उनके परिवार को टार्गेट पर रखा था और वो उन्हें पसंद नहीं करती थी। इसलिए ये लड़ाई तब से शुरू हुई है। इसके साथ ही चित्रा ने कहा कि हमारी लड़ाई वसुंधरा से है भाजपा से नहीं। हमारे कार्यकर्ताओं का फैसला था इसलिए भाजपा छोड़ी और कांग्रेस का दामन थामा।

 

गौरतलब है कि 200 सीटों के लिए राजस्थान में कुल 2294 प्रत्याशी मैदान में हैं। प्रदेश में 7 दिसंबर को वोटिंग होगी जबकि 11 दिसंबर को नतीजे सबके सामने होंगे।