UP Election Results: उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत के बाद योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार सीएम के रूप में इतिहास रचने के लिए तैयार हैं। बता दें कि यूपी में 1985 के बाद पहली बार यूपी में कोई पार्टी सत्ता लगातार दूसरी बार आई है। योगी आदित्यनाथ सीएम बनने से पहले गोरखपुर लोकसभा सीट से पांच बार सांसद रह चुके थे। उनका प्रभाव गोरखपुर मठ के आसपास के क्षेत्रों में अधिक था लेकिन सीएम बनने के बाद वो पूरे प्रदेश में लोकप्रिय देखे जा रहे हैं।
बीजेपी की इस जीत में योगी की छवि को भी अहम बताया जा रहा है। 49 वर्षीय योगी आदित्यनाथ, देश में सबसे चर्चित मुख्यमंत्री हैं। उनके कई विवादास्पद निर्णय अन्य राज्यों द्वारा अपनाए गए। जिसमें धर्मांतरण विरोधी कानून शामिल हैं। योगी ने सीएम की कुर्सी पर बैठने के बाद बूचड़खानों पर कार्रवाई की, एंटी-रोमियो स्क्वॉड की शुरुआत की, साथ ही भू-माफियाओं के खिलाफ उन्होंने जबरदस्त कार्रवाई की।
इसके अलावा सीएए-विरोधी प्रदर्शनकारियों को लेकर वसूली नोटिस जारी करना भी योगी के विवादित फैसलों में शामिल रहा। सीएम की गद्दी पर बैठने के बाद योगी आदित्यनाथ के सामने यूपी की कानून व्यवस्था का मुद्दा सबसे अहम था। इसमें सुधार को लेकर आदित्यनाथ सरकार को जमीनी स्तर पर सबसे अधिक समर्थन मिलता दिखा।
चुनाव प्रचार में भाजपा ने बार-बार माफियाों पर हुई कार्रवाई की बात की। यूपी चुनाव में माना जा रहा था कि आदित्यनाथ सरकार पर ठाकुर समर्थक होने के आरोपों के बीच तगड़ा झटका लगेगा, लेकिन इसका भाजपा पर कुछ खास नहीं दिखा। चुनावों से पहले, भाजपा ने ब्राह्मण समुदाय को लुभाने के लिए रणनीति और कार्यक्रम तैयार करने के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया था।
योगी की आक्रामक शैली से राज्य में उनका खासा प्रभाव देखा गया। ऐसे में चुनावों से पहले भाजपा आलाकमान ने भी स्पष्ट संदेश दिया था कि आदित्यनाथ के नेतृत्व में पार्टी चुनाव लड़ेगी। बता दें कि योगी आदित्यनाथ को उनके समर्थक ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहते हैं। वो उत्तराखंड में गढ़वाल विश्वविद्यालय से विज्ञान स्नातक हैं।
अपने राजनीतिक जीवन को संवारने का श्रेय योगी अपने गुरु व पूर्व भाजपा सांसद महंत अवैद्यनाथ को देते हैं। जिन्होंने 15 फरवरी 1994 को घोषणा की थी कि योगी आदित्यनाथ ही गोरखपुर में गोरखनाथ मठ के प्रमुख होंगे। उस वक्त योगी 22 वर्ष के थे। 1972 में वर्तमान उत्तराखंड के गढ़वाल जिले के योगी आदित्यनाथ का जन्म पंचूर क्षेत्र में हुआ था। आदित्यनाथ ने 2014 के लोकसभा और 2017 के विधानसभा चुनावों के अपने हलफनामे में पिता के नाम के कॉलम में महंत अवैद्यनाथ का नाम लिखा था।