लोकसभा चुनाव 2019 के अंतिम चरण के मतदान से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार (14 मई) को पश्चिम बंगाल के एक रोड शो किया। लेकिन इस बीच रोड शो में उपद्रव की खबर है। बता दें कि हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। विद्यासागर कॉलेज इलाके में रोड शो गुजरने के बाद वहां आग लगा दी गई।  बीजेपी का आरोप है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने मौके पर आग लगाई।

 

अमित शाह पूरी तरह सेफः मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा- टीएमसी कांग्रेस ने बहुत कुछ करने की कोशिश की पर वे कुछ नहीं कर पाए। उनके दस बारह छात्र नेता थे जिन्होंने हंगामा किया। रोड शो में झड़प हुई है। हमें जहां रैली खत्म करने थी वहीं खत्म की। अमित शाह पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हमारा रोड शो पूरा हुआ, इसमें हमने कोई बाधा नहीं आने दी। तृणमूल वाले दो-तीन मिनट से ज्यादा हंगामा कर नहीं पाए। वे लोग खुद डरे हुए हैं।

अमित शाह का क्या है कहना: एबीपी से बातचीत के दौरान अमित शाह ने कहा कि 23 तारीख को बंगाल में 23 से ज्यादा सीटें भाजपा जीतने जा रही है। बंगालऔर देश की जनता मोदीजी को प्रधानमंत्री देखना चाहती है। मेरी ममताजी को सलाह है कि गुस्सा बढ़ाने से बीपी बढ़ जाता है और ऐसा करना इस उम्र में ठीक नहीं है। इसे बंद कर दें। कहीं पर भी हमने विपक्ष के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया। इसके साथ ही शाह ने कहा- हम सुरक्षित हैं लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं को चोट आई हैं। लाखों की भीड़ थी, हमारे कार्यकर्ताओं पर हमले की साजिश थी। बंगाल की जनता इसका जवाब वोटिंग में देगी। प्रचंड बहुमत में मोदी सरकार बनाने में मदद दे। मेडिकल कॉलेज के अंदर से टीएमसी के लोग काले झंडे, टीएमसी झंडे बाहर लेकर आए, पुलिस ने कुछ नहीं किया, बाद में कार्यकर्ताओं में झड़प हुई। मुझे स्वामी विवेकानंद जी के घर ले जाने की बात की गई पर मुझे माला भी नहीं चढ़ाने दिया गया। इसका मुझे मलाल है। पुलिस मूक दर्शक बनकर खड़ी थी। अभी मैं कोलकाता में ही हूं, मैं सुरक्षित हूं।

 

 

वाहन पर फेंके गए अंडे: बता दें कि जिस वाहन पर रोड शो के दौरान अमित शाह मौजूद थे। उस वाहन पर अंडे फेंके गए। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। जिसके बाद उनके रोड शो को खत्म करना पड़ा। गौरतलब है कि इससे पहले आज ही रोड शो में अमित शाह और पीएम मोदी के पोस्टर्स को हटाया गया था। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इसके पीछे ममता सरकार का हाथ बताया। उन्होंने कहा, ”मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गुंडों और पुलिस ने पोस्टर और झंडे निकाल दिए। जैसे ही हम लोग पहुंचे वे यहां से भाग गए।”