कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और अभिनेत्री नगमा किसी ना किसी कारण से चुनावों में चर्चा का विषय बन ही जाती हैं। सोमवार को मध्य प्रदेश के शिवपुरी में हुई उनकी चुनावी जनसभा चर्चा का विषय है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस चुनावी जनसभा में नगमा एक तो देर से पहुंची और दूसरी बात की उनके स्वागत को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान जमकर धक्का-मुक्की भी हुई।

दरअसल, शिवपुरी में चुनावी सभा करने पहुंची नगमा ने स्वागत के लिए सिर्फ चार-पांच लोगों की ही सीमा तय कर दी। इस पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में होड़ सी मच गयी और देखते ही देखते कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। हालांकि, इस दौरान नगमा लोगों को समझाने की कोशिश करती दिखाई दीं। लेकिन, बाद में उनकी भी कार्यर्ताओं से तीखी बहस हो गयी। जब मामला शांत हुआ तब उन्होंने अपने देर से पहुंचने के लिए माफी मांगी और साथ ही साथ इसका ठीकरा सीएम शिवराज सिंह चौहान पर फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि मामाजी ने सड़कें ही ऐसी बनायी हैं तो वह क्या करें। इस दौरान नगमा ने अपने भाषण में कई पहलुओं पर बात की। लेकिन, उनका भाषण का एक अंश खासा चर्चा में रहा, जिसमें उन्होंने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की तुलना भागवान राम से कर दी है। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने सबरी के जूठे बेर खाए थे। इसी तरह ज्योतिरादित्य गरीबों और दलितों को गले लगाते हैं।

नगमा की सभाओं में कार्यकर्ताओं का बेकाबू होना कोई नई घटना नहीं है। इससे पहले भी मार्च 2014 में मेरठ की एक जनसभा के दौरान उनके साथ कथित बदलसूकी की घटना सामने आयी थी। इस दौरान नगमा ने छेड़खानी का आरोप लगाते हुए एक युवक को थप्पड़ जड़ दिया था। जिसके बाद सभा स्थल पर जमकर लात-घूसे और एक दूसरे पर कुर्सियां फेंकी गयी थीं।