छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान से पहले भाजपा के उन नौ प्रत्याशियों को चुनाव आयोग ने तगड़ा झटका दिया है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में मंच पर चढ़े थे। दरअसल आयोग ने सभा पर हुए खर्च को इन सभी प्रत्याशियों के चुनावी खर्च में जोड़ दिया है। दूसरे चरण के मतदान से ठीक तीन दिन पहले आयोग के इस कदम से भाजपा के खेमे में खलबली मच गई है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के जगदलपुर में एक रैली की थी जिस पर करीब 35 लाख रुपए का खर्च आया था।
…इन नौ प्रत्याशियों को लगी चपत
निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक जगदलपुर के लालबाग में हुई प्रधानमंत्री की रैली पर 34 लाख 83 हजार 507 रुपए का खर्च हुआ था। इसे नौ प्रत्याशियों में बराबर-बराबर बांट दिया गया है। इस कार्यक्रम में मंच पर चढ़ने वाले नौ प्रत्याशियों में महेश गागड़ा, भीमा मंडावी, लता उसेंडी, केदार कश्यप, धनीराम बारसे, संतोष बाफना, लच्छूराम कश्यप, डॉ सुभाऊ कश्यप और हरिशंकर नेताम मौजूद थे। सभी के चुनावी खर्च में 3 लाख 87 हजार 56 रुपए जुड़ गए हैं। इस मामले में कांग्रेस प्रत्याशी बच गए क्योंकि वे राहुल गांधी की सभा में मंच पर गए ही नहीं।
यह है प्रत्याशी के चुनाव खर्च की सीमा
पांच राज्यों में हो रहे मौजूदा विधानसभा चुनाव में सभी प्रत्याशियों के लिए अधिकतम खर्च की सीमा 28 लाख रुपए तय की गई है। आयोग का कहना है कि सभी प्रत्याशियों के खर्च पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सीमा से अधिक खर्च करने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी।