छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण में चुनाव लड़ रहे 953 उम्मीदवारों में से 253 उम्मीदवार करोड़पति हैं। इसमें कांग्रेस उम्मीदवार और राज्य के उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव 447 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में टी.एस. सिंहदेव ने अपनी संपत्ति 500 करोड़ रुपये से अधिक घोषित की थी। अपने चुनावी हलफनामे में टीएस सिंह देव ने बताया कि वह 15 से अधिक देशों की यात्रा कर चुके हैं।
छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच और ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (ADR) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दूसरे चरण में कुल 958 उम्मीदवार हैं लेकिन उन्होंने पांच उम्मीदवारों का विश्लेषण नहीं किया है। पांच उम्मीदवारों के हलफनामे या तो खराब तरीके से स्कैन किए गए हैं या पूरे हलफनामे निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर अपलोड नहीं किए गए थे।
शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक दूसरे चरण में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति दो करोड़ रुपये है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रमुख दलों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 70 उम्मीदवारों में से 60 (86 फीसदी) उम्मीदवार करोड़पति हैं तथा भारतीय जनता पार्टी के 70 उम्मीदवारों में से 57 (81 फीसदी) उम्मीदवार करोड़पति हैं। वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (J) के 62 उम्मीदवारों में से 26 (42 फीसदी) तथा आम आदमी पार्टी के 44 उम्मीदवारों में से 19 (43 फीसदी) उम्मीदवार करोड़पति हैं।
राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 20 सीट पर पहले चरण का मतदान सात नवंबर को हुआ। साथ ही 70 सीटों पर दूसरे चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा। रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में सबसे अधिक घोषित संपत्ति वाले शीर्ष तीन उम्मीदवार सत्ताधारी दल कांग्रेस से हैं। सरगुजा राजपरिवार के वंशज टी.एस. सिंहदेव अपनी पारंपरिक सीट अंबिकापुर से चुनाव लड़ रहे हैं और वह 447 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। उनके बाद मनेंद्रगढ़ सीट से रमेश सिंह (73 करोड़ रुपये से अधिक) तथा राजिम सीट से उम्मीदवार अमितेश शुक्ला (48 करोड़ रुपये से अधिक) हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में टीएस सिंहदेव ने अपनी संपत्ति 500 करोड़ रुपये से अधिक घोषित की थी।
पहले चरण के चुनाव में 223 उम्मीदवारों में से कवर्धा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार खड्गराज सिंह सबसे अधिक (40 करोड़) संपत्ति वाले उम्मीदवार थे। दूसरे चरण में सबसे कम संपत्ति वाले तीन उम्मीदवार मुंगेली (एससी) सीट से राष्ट्रीय युवा पार्टी के उम्मीदवार राजरत्न उइके (500 रुपये), रायगढ़ से आजाद जनता पार्टी के कांति साहू (1,000 रुपये) और बेलतरा से निर्दलीय उम्मीदवार मुकेश कुमार चंद्राकर (1,500 रुपये) हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दो निर्दलीय उम्मीदवारों भटगांव से कलावती सारथी और बेलतरा से गौतम प्रसाद साहू तथा खरसिया से जौहर छत्तीसगढ़ पार्टी के यशवंत कुमार निषाद ने शून्य संपत्ति घोषित की है। इसमें कहा गया है कि AAP के विशाल केलकर, कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भाजपा के उम्मीदवार एवं पूर्व आईएएस अधिकारी ओ.पी. चौधरी आयकर विवरण में सबसे अधिक वार्षिक आय घोषित करने वाले उम्मीदवार हैं।
केलकर ने आयकर रिटर्न में कुल आय दो करोड़ रुपये, भूपेश बघेल ने एक करोड़ रुपये से अधिक और ओपी चौधरी ने एक करोड़ रुपये से अधिक घोषित की है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 499 (52 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता पांचवीं और 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है, जबकि 405 (42 फीसदी) उम्मीदवारों ने ग्रेजुएशन या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता घोषित की है। वहीं 21 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं तथा 19 उम्मीदवार साक्षर हैं। छह उम्मीदवार पढ़े-लिखे नहीं हैं। इसमें कहा गया है कि तीन उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता नहीं बताई है। दूसरे चरण में 130 (14 फीसदी) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं, जिनमें कांग्रेस से 15 और भाजपा से 12 शामिल हैं।