छतीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ के कांकेर में चुनावी सभा को संबोधित किया। वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सीआरपीएफ के प्लेन में बड़े-बड़े बक्सों में भरकर नोट आए हैं, उनकी चेकिंग नहीं हो रही है।

सीएम बघेल ने कहा कि मैं निर्वाचन आयोग से कहना चाहूंगा कि ईडी और सीआरपीएफ के वाहनों की भी अनिवार्य रूप से चेकिंग होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, “बीजेपी हार मान चुकी है और ये आखिरी दांव है कि बक्सों में पैसे भरकर लाए जा रहे हैं। इन पैसों का इस्तेमाल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जाएगा। इसके लिए ED और CRPF के वाहनों की चेकिंग होनी चाहिए।”

ED और CRPF के वाहनों की चेकिंग होनी चाहिए

भूपेश बघेल ने बृहस्पतिवार को पुलिस लाइन में हेलीपैड पर संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि भाजपा सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकती है। उन्होंने कहा, ”ईडी के वरिष्ठ अधिकारी छत्तीसगढ़ का दौरा करते रहे हैं लेकिन सरकारी अधिकारियों के वाहनों की जांच नहीं की जाती है। आम यात्रियों की जांच की जा रही है। हेलीकॉप्टर और वाहनों (कारों) से यात्रा करते समय हमारी जांच की जाती है।” मुख्यमंत्री ने दावा किया कि सीआरपीएफ का एक विमान बड़े बक्से लेकर आया लेकिन उसकी जांच नहीं की गई। ईडी अपनी जांच के लिए आ सकता है लेकिन मैं चुनाव आयोग से कहना चाहता हूं कि केंद्रीय जांच एजेंसी के वाहनों की जांच की जानी चाहिए।’

मुख्यमंत्री ने कहा, ”जब राज्य में पहले से ही सीआरपीएफ तैनात है तो बाहर से अतिरिक्त बल तैनात करने की जरूरत क्यों है? इसका मतलब है कि जो बक्से लाए जा रहे हैं उनमें नकदी या अन्य सामान भी हो सकते हैं।” यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव में अर्धसैनिक बल का दुरुपयोग हो सकता है, बघेल ने कहा, ”यह बिल्कुल संभव है। सत्ता हासिल करने के लिए वे किसी भी स्तर तक जा सकते हैं। यह बहुत गंभीर मुद्दा है और चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए। हमारी पार्टी की ओर से शिकायत दर्ज करायी जायेगी।”

बघेल ने कहा, ‘‘सीआरपीएफ के जवान कल विशेष विमान से यहां पहुंचे। सरकारी ड्यूटी पर होने के कारण हवाई अड्डा प्राधिकरण ने उनके वाहनों की जांच नहीं की। जब हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और सबकी जांच हो रही है तो फिर उनकी जांच क्यों नहीं हो रही है? वे जहां भी जा रहे हैं, उनके वाहनों की जांच की जानी चाहिए।”

दो चरणों में होगा छत्तीसगढ़ में मतदान

राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। माओवाद प्रभावित बस्तर संभाग के सात जिलों तथा राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कबीरधाम और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिलों की 20 सीटों में पहले चरण में मतदान होगा जबकि बची हुई 70 सीटों पर दूसरे चरण में वोट डाले जाएंगे। चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए नक्सल प्रभावित और अन्य इलाकों में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।