Lok Sabha Election 2019: जैसे जैसे 2019 लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे- वैसे ही चुनावी सियासत गरमाती जा रही है। एक तरफ जहां नेताओं के पार्टी बदलने का सिलसिला जारी है तो वहीं बयानें का सिलसिला भी जारी है। ऐसे में मायावती ने एक बार फिर कांग्रेस पर तीखा वार किया है और कहा है कि भ्रम न फैलाए।
मायावती का कांग्रेस पर हमला: ट्विटर पर बसपा (बहुजन समाज पार्टी) सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस को लेकर दो ट्वीट किए। मायावती ने दो ट्वीट करते हुए लिखा- बीएसपी एक बार फिर साफ तौर पर स्पष्ट कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल व गठबंधन आदि बिल्कुल भी नहीं है। हमारे लोग कांग्रेस पार्टी द्वारा आए दिन फैलाए जा रहे किस्म-किस्म के भ्रम में कतई ना आएं।
बीएसपी एक बार फिर साफ तौर पर स्पष्ट कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल व गठबंधन आदि बिल्कुल भी नहीं है। हमारे लोग कांग्रेस पार्टी द्वारा आयेदिन फैलाये जा रहे किस्म-किस्म के भ्रम में कतई ना आयें।
— Mayawati (@Mayawati) March 18, 2019
कांग्रेस का बसपा से कोई गठबंधन नहीं: बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस पर तीखा वार करते हुए कहा- बीएसपी एक बार फिर साफ तौर पर स्पष्ट कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल व गठबंधन आदि बिल्कुल भी नहीं है। हमारे लोग कांग्रेस पार्टी द्वारा आयेदिन फैलाये जा रहे किस्म-किस्म के भ्रम में कतई ना आए।
अखिलेश ने भी किया वार: मायावती के बाद अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस पर हमला करते हुए लिखा- उत्तर प्रदेश में एसपी, बीएसपी और आरएलडी का गठबंधन भाजपा को हराने में सक्षम है। कांग्रेस पार्टी किसी तरह का कन्फ़्यूज़न न पैदा करे।
बसपा-सपा गठबंधन: गौरतलब है कि लगातार कांग्रेस पर हमला करने वालीं मायावती ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है। उत्तर प्रदेश में सपा 37 सीटों पर और बसपा 38 सीटों पर चुनाव लडे़गी। वहीं मध्य प्रदेश में महज तीन सीटों पर सपा अपने उम्मीदवार उतारेगी जबकि 26 सीटों पर बसपा चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही वहीं उत्तराखंड में सिर्फ एक सीट पौड़ी गढ़वाल पर सपा चुनाव लड़ेगी जबकि बाकी चार सीटों पर बसपा मैदान में उतरेगी। पिछले लोकसभा चुनाव में मायावती की पार्टी उत्तर प्रदेश में एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई थी। इस बार के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सातों चरणों में मतदान होंगे।

