बीजेपी ने दिल्ली की नॉर्थ वेस्ट सीट से वर्तमान सांसद उदित राज का पत्ता काटते हुए सिंगर हंसराज हंस को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी के दलित चेहरा माने जाने वाले उदित राज इतना नाराज हुए कि वह अगले ही दिन बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। कांग्रेस में आते ही उदित ने बीजेपी पर हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासनकाल में जो कुछ हुआ, उसे बीजेपी ने आकर खत्म कर दिया। दिलचस्प बात यह है कि एक दिन पहले ही टिकट कटने के बाद उदित ने खुद को पार्टी का ‘अनुशासित सिपाही’ करार दिया था।
अभी तक यह समझा जा रहा था कि चूंकि बाकी दोनों पार्टियां आप और कांग्रेस ने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है, ऐसे में उदित दूसरे खेमे की ओर रुख नहीं करेंगे। वहीं, उदित ने ऐसी अटकलों के बीच कहा था, ‘मैं एक अनुशासित सिपाही हूं। हालांकि, मुझे यह लगता है कि टिकट का ऐलान करने में देरी इसलिए की गई ताकि मैं कोई दूसरी पार्टी न जॉइन कर सकूं।’
कांग्रेस में शामिल होने के बाद उदित राज ने अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ से बातचीत की। बातचीत में उदित ने माना कि टिकट कटने की वजह से उन्होंने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया। क्या विचारधारा कोई चीज नहीं होती? इस सवाल के जवाब में उदित ने सबरीमाला और एससी-एसटी मुद्दे का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी विचारधारा बीजेपी से अलग थी।
बीजेपी के कई फैसलों का बचाव किए जाने पर उन्होंने कहा कि इससे यह नहीं कहा जा सकता कि विचारधारा के आधार पर वह बीजेपी के साथ थे। क्या उनकी विचारधारा अब कांग्रेस से मेल खाती है, इस सवाल का जवाब देते हुए उदित राज ने पार्टी की तारीफ करते हुए कहा कि कांग्रेस ने जो कुछ भी किया, उसे बीजेपी ने खत्म कर दिया। राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस में जाने से जुड़े सवाल पर उदित राज ने कहा कि वह दलितों की भलाई लिए ऐसा कर रहे हैं। ऐसे में इसे राजनीतिक फायदे से जुड़ा कदम माने जाने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।2014 आम चुनाव में उदित राज ने आम आदमी की प्रत्याशी राखी बिडलान को 1 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था। उदित चुनाव से कुछ महीने पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे। उदित ने फरवरी 2014 में अपनी पार्टी इंडियन जस्टिस पार्टी का बीजेपी में विलय कर दिया था।