मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अब कुछ घंटे शेष रह गए हैं। कई एजेंसियों द्वारा कराए गए एग्जिट पोल के नतीजे ये बता रहे हैं कि कांग्रेस भाजपा पर बढ़त बना रही है। भाजपा के लिए सत्ता में वापस लौटना मुश्किल माना जा रहा है। इस बीच राज्यसभा के पूर्व सदस्य और भाजपा नेता रघुनंदन शर्मा ने रविवार (9 दिसंबर) को बड़ा बयान दिया कि यदि भाजपा राज्य में विधानसभा चुनाव हारती है तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसके लिए जिम्मेदार होंगे क्योंकि उन्होंने रिजर्वेशन को लेकर टिप्पणी की थी। शर्मा 2016 में भोपाल में एससी और एसटी सरकारी कर्मचारियों के संगठन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में चौहान की टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे। इस कार्यक्रम में चौहान ने कहा था, “कोई माई का लाल आरक्षण नहीं खत्म कर सकता।”

रविवार को इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए शर्मा ने कहा, “यदि भाजपा चुनाव जीतती है तो इसका श्रेय मुख्यमंत्री को जाएगा क्योंकि उन्होंने कड़ी मेहनत की। लेकिन इसका उल्टा होता है तो इसके लिए भी उन्हें ही दोषी ठहराया जाएगा क्योंकि उनकी टिप्पणी की वजह से हमें 10 सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि वे भाजपा की जीत के प्रति आश्वस्त थे, लेकिन एग्जिट पोल में मिला-जुला नतीजा सामने आ रहा है। शर्मा ने कहा, “जहां भी मैंने दौरा किया, मुझे ऊंची जातियों से यह प्रतिक्रिया मिली कि वे ‘माई का लाल’ वाली टिप्पणी की वजह से गुस्से में थे। यह अहंकार को दर्शाता है।”

2016 में उस कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज ने यह भी कहा था कि प्रमोशन में आरक्षण की नीति जारी रहेगी और उन्होंने आश्वस्त किया था कि जो लोग इसका लाभ ले चुके हैं, उन्हें उनके पद से नीचे नहीं किया जाएगा। शर्मा ने कहा, “इससे ऊंची जाति के लोगों के सम्मान को ठेस पहुंची।” इस बीच, सीएम चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने दोहराया कि सत्तारूढ़ दल सत्ता में वापस आएगी। दोनों जिलाध्यक्षों, विधानसभा प्रत्याशियों और विधानसभा प्रभारियों से ऑडियो कांफ्रेंसिंग में माध्यम से प्रतिक्रिया ले रहे थे।

दोनों नेताओं ने दावा किया कि बीजेपी सरकार द्वारा किए गए कार्यों की वजह से कांग्रेस परेशान थी और इस वजह से उनके नेता मतदाता सूची से लेकर ईवीएम मशीन तक पर उंगली उठा रहे थे। चौहान ने कांफ्रेंसिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता मतगणना के दौरान कार्यों को बाधित करने और भ्रष्टाचार का सहारा ले सकते हैं, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता उचित प्रतिक्रिया देंगे। भाजपा कार्यकर्ता इसकी सूचना चुनाव आयोग के अधिकारियों को देंगे।