राजस्थान चुनाव में अंकों के फेर और मुहूर्त का भी जमकर बोलबाला देखने को मिल रहा है। आलम यह है कि कई लोगों ने पार्टी से टिकट फाइनल होने के पहले ही नामांकन भी दाखिल कर दिया। और तो और पार्टियां भी सूची में प्रत्याशियों की संख्या अंक ज्योतिष के हिसाब से ही तय कर रही है। हालांकि टिकट वितरण के बाद से ही जबर्दस्त बगावत के चलते आंकड़ों के फेर में उलझे तमाम भ्रम धड़ाम से टूटते दिख रहे हैं।
एक ओर कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल नहीं कर पा रही है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेसी नेता राहुल गांधी के अपरिपक्व नेतृत्व को चुनौती देते हुए सूची जारी होने से पहले अपना पर्चा दाखिल कर रहे हैं। #कांग्रेस_के_लापता_उम्मीदवार pic.twitter.com/zokewNUWIU
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) November 14, 2018
कांग्रेस में टिकट से पहले नामांकन
गौरतलब है कि भाजपा की दो सूचियां मिलाकर करीब 80 फीसदी नाम सामने आ चुके हैं। लेकिन कांग्रेस से अभी तक एक भी नाम सामने नहीं आया। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रत्याशियों की सूची आने से पहले ही नामांकन भी कर दिया। ऐसा तब किया गया है जब दोनों ही पार्टियों ने कई बार विधायक और मंत्री रह चुके नेताओं के तक टिकट काट दिए हैं। टिकट से पहले नामांकन पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा हो सकता है ऐसा मुहूर्त को मानने वालों ने किया है, हो सकता है वे टिकट मिलने को लेकर आश्वस्त हों। राजस्थान भाजपा ने इस मसले को लेकर राहुल गांधी पर करारा तंज कसा है।
भाजपा ने राहु-बुध पर लगाया दांव
भाजपा की पहली सूची में 131 प्रत्याशियों के नाम सामने आए थे। बताया जा रहा है कि इसके पीछे का गणित तीनों अंकों का योग पांच है। चूंकि अंक ज्योतिष के हिसाब से पांच नंबर का स्वामी बुध ग्रह है और यह अधिकतम सफलता की संभावना दर्शाता है। वहीं दूसरी सूची में 31 नाम जारी किए गए। दोनों का योग चार आता है, जिसका स्वामी राहू है, ज्योतिष में इसे राज कराने वाला ग्रह माना जाता है। अभी 38 नामों का खुलासा होना बाकी है। ऐसे में आगे क्या गणित लगाया जाता है, यह देखना रोचक होगा।