तीसरे चरण में बिहार की पांच संसदीय सीटों पर खड़े 54 उम्मीदवारों में से 13 पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। इनमें झंझारपुर से इंडिया गठबंधन के सहयोगी वीआइपी पार्टी के प्रत्याशी सुमन कुमार महासेठ पर सबसे ज्यादा छह मामले दर्ज हैं। इसके अलावे ये धनबली भी हैं। नामंकन के साथ दायर हलफनामे में दिए जायदाद के ब्यौरे में 21करोड़ 44 लाख रुपए दर्शाई गई है। बिहार की पांच सीटों अररिया, मधेपुरा, सुपौल, खगड़िया और झंझारपुर पर सात मई को मतदान होना तय हुआ है।

इनमें अररिया, सुपौल, मधेपुरा तीन पर राजद और झंझारपुर, सुपौल, मधेपुरा पर जद(एकी) ने अपने उम्मीदवार उतारे है। वहीं भाजपा ने अररिया, वीआइपी ने झंझारपुर, खगड़िया में लोजपा (र) और सीपीआइएम और झंझारपुर में बसपा ने गुलाब यादव को चुनावी जंग में उतारा है। गुलाब यादव 16 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक है। एडीआर रपट के मुताबिक 26 फीसदी निर्दलीय उम्मीदवार भी करोड़पति है।

तीसरे चरण के इकलौते भाजपा से अररिया सीट से चुनावी जंग में उतरे प्रदीप कुमार सिंह पर भी चार आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। और ये करोड़पति भी हैं। 37 फीसदी उम्मीदवार धनबली है। इनकी औसतन संपत्ति 2.79 करोड़ रुपए की है। जद(एकी)के निवर्तमान सांसद और वर्तमान उम्मीदवारों की संपत्ति 7 करोड़ रुपए तकरीबन है। वहीं राजद के उम्मीदवारों की जायदाद साढ़े पांच करोड़ रुपए अपने हलफनामे में बताई है। सीपीआईएम प्रत्याशी की दो करोड़ और भाजपा उम्मीदवार की 1.6 करोड़ रुपए हैं।

इतना ही नहीं सुपौल से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय उम्मीदवार वैद्यनाथ महतो ने अपनी संपत्ति 19 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई है। तो यहां से चुनाव लड़ रहे राजद उम्मीदवार चंद्रहास चौपाल पर दो आपराधिक मामले चल रहे हैं। अमूनन राजद के तीनों उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है। यों जावेद अख्तर, दीनानाथ चंद्रवंशी, राजेश वर्मा, मुस्ताक आलम, गंगा प्रसाद यादव,नीतीश कुमार, दिलेश्वर कामत, शाहनबाज और कुमार चंद्रदीप उम्मीदवारों पर भी मुकदमें दर्ज हैं।

अलबत्ता बिहार के दो चरणों के संपन्न हुए चुनावों में से ज्यादा निर्दलीय उम्मीदवार तीसरे चरण में हैं। खासियत यह है कि इसमें पांच सीटों के लिए 94 नामांकन पत्र दाखिल हुए। जिसमें से 42 पर्चे जांच में खारिज कर दिए गए। 54 में से किसी ने अपना पर्चा वापस नहीं लिया। ग्यारह उम्मीदवार पार्टी के हैं। और 43 निर्दलीय अपना दम ठोंक रहे हैं। जब कि पहले चरण में चार सीटों के लिए 13 और दूसरे चरण की पांच सीटों के लिए 19 निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई है।

तीसरे चरण में बिहार की पांच संसदीय सीटों पर खड़े 54 उम्मीदवारों में से 13 पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। इनमें झंझारपुर से इंडिया गठबंधन के सहयोगी वीआइपी पार्टी के प्रत्याशी सुमन कुमार महासेठ पर सबसे ज्यादा छह मामले दर्ज हैं। इसके अलावे ये धनबली भी है। नामंकन के साथ दायर हलफनामे में दिए जायदाद के ब्यौरे में 21करोड़ 44 लाख रुपए दर्शाई गई है। बिहार की पांच सीटों अररिया, मधेपुरा, सुपौल, खगड़िया और झंझारपुर पर सात मई को मतदान होना तय हुआ है।

इनमें अररिया, सुपौल, मधेपुरा तीन पर राजद और झंझारपुर, सुपौल, मधेपुरा पर जद(एकी) ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं भाजपा ने अररिया, वीआईपी ने झंझारपुर, खगड़िया में लोजपा(र) और सीपीआईएम और झंझारपुर में बसपा ने गुलाब यादव को चुनावी जंग में उतारा है। गुलाब यादव 16 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक है। एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक 26 फीसदी निर्दलीय उम्मीदवार भी करोड़पति है।

तीसरे चरण के इकलौते भाजपा से अररिया सीट से चुनावी जंग में उतरे प्रदीप कुमार सिंह पर भी चार आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। और ये करोड़पति भी हैं। 37 फीसदी उम्मीदवार धनबली है। इनकी औसतन संपत्ति 2.79 करोड़ रुपए की है। जद(एकी)के निवर्तमान सांसद और वर्तमान उम्मीदवारों की संपत्ति 7 करोड़ रुपए तकरीबन है।

वहीं राजद के उम्मीदवारों की जायदाद साढ़े पांच करोड़ रुपए अपने हलफनामे में बताई है। सीपीआईएम प्रत्याशी की दो करोड़ और भाजपा उम्मीदवार की 1.6 करोड़ रुपए है। इतना ही नहीं सुपौल से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय उम्मीदवार वैद्यनाथ महतो ने अपनी संपत्ति 19 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई है।

तो यहां से चुनाव लड़ रहे राजद उम्मीदवार चंद्रहास चौपाल पर दो आपराधिक मामले चल रहे हैं। अमूनन राजद के तीनों उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यों जावेद अख्तर, दीनानाथ चंद्रवंशी, राजेश वर्मा, मुस्ताक आलम, गंगा प्रसाद यादव,नीतीश कुमार, दिलेश्वर कामत, शाहनबाज और कुमार चंद्रदीप उम्मीदवारों पर भी मुकदमें दर्ज हैं।

अलबत्ता बिहार के दो चरणों के संपन्न हुए चुनावों में से ज्यादा निर्दलीय उम्मीदवार तीसरे चरण में हैं। खासियत यह है कि इसमें पांच सीटों के लिए 94 नामांकन पत्र दाखिल हुए। जिसमें से 42 पर्चे जांच में खारिज कर दिए गए। 54 में से किसी ने अपना पर्चा वापस नहीं लिया। ग्यारह उम्मीदवार पार्टी के हैं। और 43 निर्दलीय अपना दम ठोंक रहे हैं। जब कि पहले चरण में चार सीटों के लिए 13 और दूसरे चरण की पांच सीटों के लिए 19 निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई है।