लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने बिहार में शराबबंदी और उसकी कालाबाजारी के मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार को घेरा है। चिराग पासवान का कहना है कि “बिहार में शराबबंदी के फैसले की समीक्षा क्यों नहीं की गई? क्या शराब की तस्करी नहीं हो रही है? सभी को शराब मिल रही है। सरकार और प्रशासन की मिली-भगत से यह हो रहा है। बिहार सरकार में एक भी ऐसा मंत्री नहीं है, जिसे इसके बारे में ना पता हो। ऐसे में अगर आप इस फैसले की समीक्षा नहीं करना चाहते तो इसका मतलब है कि आप भी इसमें शामिल हैं।”
चिराग पासवान ने कहा कि सभी जानते हैं कि पैसा कहा जा रहा है। मुख्यमंत्री को चुनाव लड़ना है और भी कई सारी चीजें करनी हैं। यह जांच का विषय है। हमारी सरकार बनने पर इसकी जांच की जाएगी कि शराब तस्करी का सारा पैसा कहां गया। इसके साथ ही सात निश्चय योजना और केन्द्र सरकार से मिला फंड भी कहां गया? बता दें कि एक जनसभा के दौरान चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार को जेल भेजने की बात कही है।
जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘मैंने कहा है कि अगर वह दोषी हैं तो जांच के बाद उन्हें जेल भेजा जाएगा। यह कैसे संभव है कि इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो और सीएम को पता ही ना हो? वह भी इसमें शामिल हैं और अगर नहीं है तो यह जांच के बाद साफ हो जाएगा। लेकिन लोगों को और मुझे लगता है कि वह इसमें शामिल हैं। वह भ्रष्ट हैं।’
वहीं चिराग पासवान के सीएम नीतीश कुमार को जेल भेजने के आरोप पर जदयू ने पलटवार किया है। जदयू नेता राजीव रंजन ने कहा है कि यह बेशर्मी भरा बयान है और तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर चिराग पासवान बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ते तो शायद अपनी सीट भी नहीं बचा पाते।
बता दें कि चिराग पासवान अपने चुनाव प्रचार में सीएम नीतीश कुमार पर ही सबसे ज्यादा निशाना साध रहे हैं, जबकि भाजपा और तेजस्वी यादव के खिलाफ वह थोड़े नरम नजर आ रहे हैं। बिहार में पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होना है और उसके लिए चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है।