बिहार में लोजपा ने एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है लेकिन पार्टी का कहना है कि केन्द्र में उनका भाजपा के साथ गठबंधन है और बिहार चुनाव में भी लोजपा, बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। लेकिन अब दोनों पार्टियों के बीच यह गठबंधन टूटता नजर आ रहा है। दरअसल लोजपा ने भागलपुर में भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारा है।

गौरतलब है कि भाजपा ने हाल ही में भागलपुर से रोहित पांडेय को अपना उम्मीदवार बनाया था। अब लोजपा ने डिप्टी मेयर राजेश वर्मा को चुनाव मैदान में उतार दिया है। राजेश वर्मा ने बीती जुलाई में ही लोजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। बता दें कि इससे पहले वैशाली के लालगंज और पूर्वी चंपारण के गोविंदगंज सीट पर भाजपा ने लोजपा उम्मीदवार के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारे थे।

समस्तीपुर जिले की रोसड़ा विधानसभा सीट पर भी लोजपा ने भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। इस सीट पर लोजपा प्रमुख चिराग पासवान के चचेरे भाई कृष्ण राज को टिकट दिया गया है। कृष्ण राज 15 अक्टूबर को रोसड़ा सीट से नामांकन करेंगे।

लोजपा द्वारा शुरुआत में ऐसा दर्शाया जा रहा था कि वह और भाजपा साथ हैं। हालांकि जदयू की आपत्ति के बाद भाजपा ने इस पर कड़ा रुख अपनाया और चेताते हुए कहा कि गठबंधन से अलग कोई पार्टी अगर पीएम मोदी के पोस्टर का इस्तेमाल करती है तो भाजपा उसके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत करेगी।

बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने हाल ही में अपने एक बयान में कहा है कि गठबंधन में सिर्फ चार पार्टियां हैं, जिनमें भाजपा, जदयू, हम और वीआईपी पार्टी शामिल हैं और इसे लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए। हालांकि इसके बावजूद लोजपा की तरफ से भाजपा के खिलाफ कोई बयानबाजी नहीं की गई। लेकिन अब कुछ सीटों पर दोनों पार्टियां आमने-सामने आ गई हैं।

भाजपा नेताओं का कहना है कि लोजपा के स्टैंड से पार्टी कैडर और मतदाताओं में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। यही वजह है कि पार्टी लगातार लोजपा के गठबंधन से बाहर होने का संदेश दे रही है। माना जा रहा है कि यही वजह है कि भाजपा ने कुछ सीटों पर लोजपा के खिलाफ उम्मीदवार उतारकर इस असमंजस को खत्म करने की कोशिश की है। जिसके जवाब में अब चिराग पासवान की पार्टी लोजपा ने भी अपने उम्मीदवार उतारने शुरू कर दिए हैं।