बिहार विधानसभा चुनाव की 10 नवंबर को होने वाली मतगणना के लिए निर्वाचन आयोग ने सीसीटीवी से निगरानी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सहित व्यापक इंतजाम किए हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बताया कि स्ट्रांग रूम में ईवीएम कड़ी सुरक्षा में रखी हैं। 10 नवंबर को वोटों की गिनती के लिए राज्यभर में बनाए गए कुल 55 मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

उन्होंने बताया कि ईवीएम और मतगणना केंद्रों की सुरक्षा के लिए राज्यभर में केंद्रीय सशस्त्र बलों (सीएएफपी) की कुल 19 कंपनी और मतगणना के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए 59 कंपनी तैनात की गई हैं। सीएपीएफ की एक कंपनी में करीब सौ जवान होते हैं।

उन्होंने कहा कि 55 मतगणना केंद्रों के भीतरी हिस्से में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की तैनाती की गई है, जबकि बिहार सैन्य पुलिस बल को मध्य पंक्ति की सुरक्षा में लगाया गया है और जिला सशस्त्र पुलिस बाहरी पंक्ति में तैनात है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक 28 अक्तूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को तीन चरणों में संपन्न हुए मतदान में वोटों की गिनती के लिए राज्य के सभी 38 जिलों के कुल 55 मतदान केंद्र और 414 हॉल बनाए गए हैं। बिहार के चार जिलों-पूर्वी चंपारण (12 विधानसभा क्षेत्र), गया (10 निर्वाचन क्षेत्र), सीवान (आठ निर्वाचन क्षेत्र) और बेगूसराय (सात) में सबसे अधिक तीन-तीन मतगणना केंद्रों की व्यवस्था की गई है। बाकी जिलों में एक या दो मतगणना केंद्र बनाए गए हैं।

प्रदेश की राजधानी पटना में, जहां सबसे अधिक 14 विधानसभा क्षेत्र हैं, के सभी निर्वाचन क्षेत्रों के मतों की गणना के लिए एएन कॉलेज में केवल एक मतदान केंद्र की स्थापना की गयी है जहां मतगणना के लिए 30 काउंंटिंग हॉल तैयार किए गए हैं।
मुजफ्फरपुर जिला जहां 11 निर्वाचन क्षेत्र हैं, में भी वोटों की गिनती के लिए एक ही मतगणना केंद्र बनाया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने कहा कि नियंत्रण कक्ष में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों का स्क्रीन जिला निर्वाचन अधिकारियों के कार्यालयों में है और मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा नियमित रूप से उनकी निगरानी की जा रही है।

डाक के जरिए डाले गए मतों की पहले गिनती होगी और उसके बाद ईवीएम के वोटों की गिनती की जाएगी। बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में 28 अक्टूबर (71 सीटों), 3 नवंबर (94 सीटों) और 7 नवंबर (78 सीटों) को मतदान संपन्न हुआ था । तीसरे और अंतिम दौर के मतदान के बाद जारी अधिकतर एग्जिट पोल में राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले विपक्षी महागठबंधन को बढ़त दिखाई गई है। बिहार विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 122 का है।