तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होना है। मतदान से पहले राज्य में सभी दल जमकर प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी को उम्मीद है कि वो इस बार तेलंगाना में पहली बार सरकार बनाने में सफल रहेगी लेकिन वह इस समय भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अजहर की वजह से संकट में नजर आ रही है। दरअसल मोहम्मद अजहरुद्दीन को कांग्रेस पार्टी हैदराबाद की जुबली हिल्स विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा है जिसके बाद से कांग्रेस में बवाल मचा हुआ है। यहां पार्टी के फैसले से नाराज नेता लगातार कांग्रेस छोड़ रहे हैं।
मंगलवार को दो नेता BRS में हुए शामिल
अजहर को टिकट दिए जाने से नाराज कांग्रेस पार्टी के दो नेता मंगलवार को बीआरएस में शामिल हो गए। इन नेताओं में जुबली हिल्स के पूर्व विधायक पी विष्णुवर्धन रेड्डी शामिल हैं। विष्णुवर्धन की बहन विजया रेड्डी को कांग्रेस ने खैरताबाद से टिकट दिया है। हैदाराबाद से संबंध रखने वाले अजहर इससे पहले तेलंगाना से चुनाव नहीं लड़े हैं। वो यूपी के मुरादाबाद से एक सांसद चुने गए हैं।
विष्णुवर्धन रेड्डी के अलावा नगम जनार्धन रेड्डी भी कांग्रेस छोड़कर बीआरएस में शामिल हो गए हैं। वह तेलंगाना बनने से पहले 1995 से 2004 तक आंध्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं और नगरकुरनूल से 5 बार विधायक रह चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि वह महबूबनगर जिले की किसी सीट से टिकट मिलने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन ऐसा न होने पर वह बीआरएस में शामिल हो गए। इससे पहले सोमवार को कांग्रेस पार्टी के बड़ी संख्या में नेताओं ने टिकट न मिलने पर पार्टी दफ्तर पर प्रदर्शन किया।
BRS ने किया दोनों नेताओं का स्वागत
कांग्रेस छोड़ने वाले इन दोनों नेताओं – विष्णुवर्धन और नागम जनार्दन का खुद बीआरएस सुप्रीमो और मुख्यमंत्री KCR ने पार्टी में स्वागत किया। BRS पहले ही 119 विधानसभा सीटों में से 116 के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इस बात के कम ही चांस है कि वो अब कांग्रेस के लोगों के लिए अपने प्रत्याशी बदले। कहा जा रहा है कि जो लोग बीआरएस में शामिल हो रहे हैं, वो चुनाव के बाद बीआरएस से MLC सीटों और अन्य पदों की अपेक्षा कर रहे हैं।
टिकट न मिलने पर इन दिग्गजों ने भी छोड़ी कांग्रेस
पूर्व विधायक ई शेखर (जो जडचेरला से टिकट चाहते थे)
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पोन्नाला लक्ष्मीया (जनगांव से टिकट नहीं मिला)
टिकट न मिलने पर ये नेता कर सकते हैं बगावत
सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जी वेंगल राव (कुक्कटपल्ली), वेंकट रेड्डी (पार्कल), जे राघव रेड्डी (वारंगल), सी कृष्णा रेड्डी (मुनुगोडे), एम सरस्वती (असिफाबाद) और सुभाष रेड्डी (येलारेड्डी) टिकट न मिलने पर कांग्रेस पार्टी छोड़ सकते हैं।
इससे पहले कांग्रेस द्वारा बीजेपी छोड़कर वापस आने वाले कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी को मुनुगोडे से उम्मीदवार बनाए जाने पर भी जमकर बवाल हुआ था। गोपाल रेड्डी को टिकट मिलने से नाराज कृष्णा रेड्डी के समर्थकों ने स्थानीय पार्टी कार्यालय पर पथराव किया था। ऐसी ही खबरें अन्य जगहों से भी आई हैं। आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना में 15 अक्टूबर को 55 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट और 27 अक्टूबर को 45 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की थी।