मिशन 2019 को लेकर भाजपा ने अपनी कमर कस ली है और आज (सोमवार) को आंध्र प्रदेश में अपना चुनावी बिगुल फूंक दिया। मैसनिक टेंपल ग्राउंड में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू पर जोरदार हमला किया। इसके साथ ही शाह ने नायडू को यू-टर्न सीएम करार दिया।
अमित शाह ने बताया चंद्रबाबू नायडू का राजनीतिक ग्राफ: चंद्रबाबू नायडू को यू-टर्न सीएम कहते हुए शाह ने कहा कि नायडू ने अपना करियर कांग्रेस के साथ शुरू किया जब वो सत्ता में थी। लेकिन जब कांग्रेस हारी तो नायडू ने टीडीपी का दामन थाम लिया। लेकिन जैसे ही मौका मिला तो नायडू ने टीडीपी का भी साथ छोड़ दिया और अपनी पार्टी का गठन कर लिया। इसके बाद जब अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार बनी तो नायडू ने एनडीए का साथ पकड़ा लेकिन जैसे ही 2004 में वाजपेयी जी की सरकार गिरी तो नायडू ने फिर साथ छोड़ दिया।
एनडीए का विरोध करने के बाद भी जुड़े एनडीए से: अमित शाह का हमला यही नहीं थमा और उन्होंने कहा कि नायडू ने करीब 10 साल बिना किसी बड़ी पार्टी का हिस्सा हुए बिना गुजारा लेकिन जैसे ही समझ आया कि बिना मोदी जी के वो सत्ता में नहीं आ सकते तो उन्होंने फिर से एनडीए का दामन थामा, जिसका वो एक वक्त पर विरोध करते थे। लेकिन तेलंगाना विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही नायडू ने फिर एनडीए का साथ छोड़ दिया और कांग्रेस का साथ पकड़ा। उस कांग्रेस का जिसने एक वक्त पर तेलुगू लोगों की जमकर बेइज्जती की थी।
कांग्रेस का दामन छोड़ महागठबंधन में पहुंचे नायडू: अमित शाह ने आगे का राजनीतिक ग्राफ बताते हुए कहा कि हालांकि नायडू यहां पर भी नहीं रूके और जैसे ही कांग्रेस चुनाव हारी वैसे ही उन्होंने कांग्रेस का भी साथ छोड़ दिया और महागठबंधन का हिस्सा बन गए।
एनडीए के दरवाजे बंद हो जाएंगे: नायडू पर अपना आखिरी वार करते हुए शाह ने कहा कि जैसे ही आगामी 2019 लोकसभा चुनावों की वोटिंग खत्म होगी वैसे ही नायडू वापस एनडीए आने की कोशिश करेंगे, लेकिन हमारे दरवाजे उनके लिए बंद हो चुके होंगे। हम चंद्रबाबू नायडू को वापस एनडीए में नहीं लेंगे।