Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आज सुबह 7 बजे मतदान शुरू होगा। सूबे में 5.60 करोड़ मतदाता 2533 उम्मीदवारों की सियासी किस्मत का फैसला करेंगे। जबकि नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। राज्य की 230 विधानसभा सीटों के लिए 64 हजार 523 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रदेश में 17 हजार संवदेनशील पोलिंग बूथ हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, आधे पोलिंग बूथ की वेबकास्टिंग के जरिए निगरानी की जाएगी।

सूबे में सबसे ज्यादा 38 उम्मीदवार प्रदेश की अटेर विधानसभा में हैं। यहां आयोग तीन ईवीएम मशीन लगाएगा। जबकि, सबसे कम उम्मीदवार व्यौहारी और अनूपपुर में हैं। इन दोनों सीटों पर 5-5 प्रत्याशी मैदान में हैं।

राज्य के 35 हजार केंद्रों पर कैमरे की नजर-

इस बार विधानसभा में 50 फीसदी से अधिकार मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग होगी। पिछले चुनाव में सिर्फ 10 फीसदी मतदान केंद्रों पर ही वेबकॉस्टिंग हुई थी, लेकिन इस बार 35 हजार वेबकॉस्टिंग हो रही है।

मुख्य चुनाव पदाधिकारी अनुपम राजन के मुताबिक, इस बार मतदान की हर हरकत कैमरे में कैद होगी, इसलिए मतदाता खुलकर वोट करें। मतदान शुरू होने के 90 मिनट पहले मॉक पोल होगा। इसके बाद मतदान शुरू होगा।

चुनावी मैदान में 2533 प्रत्याशी, एक ट्रांसजेंडर

इस बार चुनाव में कुल 2533 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा। इसमें बीजेपी-कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने 181 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। आम आदमी पार्टी ने 66, सपा के 71 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि, निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या 1166 है। एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार भी मैदान में हैं।

22 लाख युवा पहली बार करेंगे मतदान-

चुनाव में इस बार युवा और महिला मतदाताओं को गेम चेंजर माना जा रहा है। 18 से 19 साल के 22 लाख युवा मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। प्रदेश में 20 से 39 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 86 लाख है। जबकि प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 60 लाख है। इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 607 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 72 लाख 33 हजार 945 है। थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 1373 है। 75 हजार से ज्यादा पोस्टल बैलेट यानी कर्मचारी हैं।

बुधनी विधानसभा सीट पर सभी की निगाहें-

एमपी की बुधनी विधानसभा सीट को बीजेपी के गढ़ के तौर पर जाना जाता है। चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी को लेकर इतने आश्वस्त हो चुके हैं कि वो वोट मांगने बुधनी जाते भी नहीं। यहां पूरा प्रचार अब उनकी पत्नि साधना सिंह और बेटे संभालते हैं। कांग्रेस ने इस बार बुधनी का मुकाबला रोचक बना दिया। जब पार्टी ने यहां से विक्रम मस्ताल को अपना कैंडिडेट बनाया। वहीं रेप के आरोप से बरी होने के बाद सियासत में आए मिर्ची बाबा को समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया। मिर्ची बाबा के सियासी स्टंट की वजह से भी ये चुनाव सुर्खियों में रहा।

बुधनी में जीत की हैट्रिक बना चुके हैं शिवराज-

सीएम शिवराज बुधनी से छठवीं बार चुनाव मैदान में हैं। बड़ी बात ये है कि अब वे बुधनी चुनाव प्रचार के लिए भी नहीं जाते। बुधनी सीट से 1990 में सीएम शिवराज ने पहली बार चुनाव लड़ा फिर मुख्यमंत्री बनने के बाद दूसरा चुनाव 2006 में हुआ। फिर 2008 से 2018 तक तीन चुनावो में बुधनी से जीत कर सीएम शिवराज विधानसभा पहुंचे और मुख्यमत्री भी बने।

छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान

छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान आज होगा। सूबे की 22 जिलों की 70 विधानसभा सीटों में 1 करोड़ 63 लाख 14 हजार 479 मतदाता है। जिसमें पुरुष मतदाता 8141624 और महिला 8172171 मतदाता हैं, जबकि कुल 684 ट्रांसजेंडर्स वोटर्स हैं। 70 विधानसभा सीटों में एसटी की 17, एससी की 9 और 44 सामान्य सीटें हैं।

मैदान में कितने प्रत्याशी?

दूसरे चरण के मतदान के लिए 70 विधानसभा सीटों पर 958 उम्मीदवार मैदान में हैं। जिसमें से 130 महिला उम्मीदवार, 827 पुरुष उम्मीदवार और एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार है। सबसे ज्यादा उम्मीदवार रायपुर जिले में हैं, जहां से 122 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। रायपुर पश्चिम विधानसभा से 26 प्रत्याशी मैदान में हैं। वहीं सबसे कम उम्मीदवार डौंडीलोहारा विधानसभा सीट पर है, जहां पर केवल 4 उम्मीदवार हैं। वहीं सबसे ज्यादा 7 महिला उम्मीदवार प्रतापपुर विधानसभा में हैं। वहीं मैदान में 24 मुस्लिम उम्मीदवार हैं। जिनमें से 4 महिला उम्मीदवार हैं।

छत्तीसगढ़ में किस पार्टी के कितने प्रत्याशी?

कैंडिडेट की बात करें तो आम आदमी पार्टी के 44, बीएसपी से 44, कांग्रेस से 70,बीजेपी से 70,जेसीसीजे से 67, निर्दलीय 357 और अन्य 304 उम्मीदवार मैदान में हैं। छत्तीसगढ़ चुनाव के सेकेंड फेज में कुल 130 महिलाएं यानी 14 फीसदी महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रहीं हैं, जिनमें कांग्रेस से 15 और बीजेपी से 12 महिला उम्मीदवार शामिल हैं।

टीएस सिंहदेव सबसे अमीर, राजरत्न सबसे गरीब प्रत्याशी

छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव सबसे ज्यादा अमीर हैं। उनकी संपत्ति 447 करोड़ रुपए है। वहीं सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीदवारों की बात करें तो इनमें मुंगेली से राजरत्न उईके हैं। जिनकी संपत्ति 500 रुपये है। राजरत्न राष्ट्रीय युवा पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं।

चुनाव आयोग पूरी की तैयारी

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की तैयारी पूरी हो गई है। आज 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होना है। मतदान की तैयारी पूरी होने का दावा निर्वाचन आयोग की ओर से किया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने लोगों से मतदान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है।

जानिए कब शुरू होगी वोटिंग

छत्तीसगढ़ में 70 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे। इसके लिए सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। केवल बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के नौ मतदान केंद्रों कामरभौदी, आमामोरा, ओढ, बड़े गोबरा, गंवरगांव, गरीबा, नागेश, सहबीनकछार और कोदोमाली में सवेरे सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। इनके अलावा बिन्द्रानवागढ़ के शेष मतदान केंद्रों में 69 विधानसभा क्षेत्रों की तरह सवेरे आठ बजे से शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे।

दूसरे चरण में दिलचस्प मुकाबला-

राज्य की ज्यादातर सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच टक्कर है। दोनों पार्टी ने हर क्षेत्र में अपने प्रत्याशी उतारे हैं। कांग्रेस को सत्ता में फिर से वापसी की उम्मीद है तो बीजेपी सत्ता पाने को बेकरार है। वहीं सीएम भूपेश बघेल पाटन सीट से प्रत्याशी हैं। उनके सामने बीजेपी ने दुर्ग से सांसद और रिश्ते में सीएम के भतीजे विजय बघेल को चुनावी मैदान में उतारा है। पाटन सीट दुर्ग लोकसभा में ही आता है। हालांकि ये पहला मौका नहीं है, जब चाचा और भतीजे के बीच सियासी टक्कर है। इसके पहले भी दोनों आमने सामने आ चुके हैं। अतीत के सियासी आंकड़ों को देखेंगे तो चाचा का पलड़ा भारी रहा है। पाटन सीट से 1993 से भूपेश बघेल चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। भतीजे ने साल 2008 में हुए चुनाव में चाचा भूपेश को पटखनी दी, लेकिन उसके पहले और उस चुनाव के बाद चाचा चहकते रहे हैं।

प्रदेश के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव अंबिकापुर से चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी की ओर से उन्हें राजेश अग्रवाल टक्कर दे रहे हैं। टीएस सिंहदेव इस सीट से तीन बार चुनकर सदन पहुंचे हैं। इतना नहीं वे प्रदेश के सबसे अमीर विधायक भी हैं।