वेंकटेश कन्हैया

आंध्र प्रदेश की राजनीति के रंगमंच पर पादरी केए पॉल का नाम एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने 2008 में शुरू की गई प्रजा शांति पार्टी (पीएसपी) की तरफ से आंध्र प्रदेश की सभी 175 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है। उल्लेखनीय है करीब 35 सीटों पर उनकी पार्टी के प्रत्याशियों के नाम जगन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों से मिलते-जुलते हैं। उदाहरण के लिए ओंगोल निर्वाचन क्षेत्र में जगन की पार्टी ने बालिनेनी श्रीनिवास रेड्डी को टिकट दिया है तो पॉल की पार्टी ने बालिनेनी श्रीनिवास राव को मैदान में उतार दिया है। समान नाम के प्रत्याशियों को मौका न देने का कोई नियम तो नहीं है लेकिन इससे मतदाताओं में भ्रम की स्थिति बन जाती है।

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चुनाव चिन्ह भी एक जैसाः बता दें पॉल की पार्टी का चुनाव चिन्ह और जगन की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के चुनावी चिन्हों में भी काफी समानताएं हैं। पॉल के चुनावी चिन्ह में रोटर वाला ब्लेड हेलिकॉप्टर छोटे आकार में देखने पर जगन की पार्टी के पंखे के चिन्ह से मेल खाता है।

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पहले भी सामने आ चुका ऐसा मामलाः हाल ही में तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी चुनाव चिन्हों को लेकर भ्रम की स्थिति बनी थी। दरअसल एक पार्टी का चुनावी चिन्ह ट्रक था और उन्हें भारी संख्या में वोट मिले और कार चुनावी चिन्ह पर चुनाव लड़ रही टीआरएस (तेलंगाना राष्ट्र समिति) पार्टी ने दावा किया था कि इस वजह से उसे 10 हजार वोटों का नुकसान हुआ है। टीआरएस ने दावा किया था कि कार-ट्रक में कन्फ्यूजन के चलते लोगों ने दूसरी (ट्रक चिन्ह) वाली पार्टी को वोट दे दिया और उनकी पार्टी की हार हुई।

पॉल ने कहा जगन ने उन्हें किया कॉपीः केए पॉल ने जगन की पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह जगन की पार्टी है जिसने उन्हें कॉपी किया है ताकि वह पीएसपी पार्टी के वोटरों को गुमराह कर सकें और वोट अपने नाम कर सके।

कौन है केए पॉलः उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में जन्मे पॉल छोटी उम्र में ईसाई धर्म प्रचारक बन गए थे। ईसाई धर्म अपनाने के बाद उन्होंने पूरे विश्व में भ्रमण किया। उन्होंने अपने कुछ करोड़पति समर्थकों की बदौलत अपने निजी विमान में दुनिया की यात्रा की और शांति का संदेश दिया। हाल ही में उन्होंने मीडिया से बातचीत में दावा किया था कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भारत सरकार और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बीच उन्होंने ही सुलह कराई थी।

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