जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में सीआरपीरफ जवान द्वारा एक पीठसीन अधिकारी की जान बचाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि चुनावी ड्यूटी में तैनात पीठसीन अधिकारी को हार्ट अटैक आ गया था, जिसके बाद मौके पर तैनात सीआरपीएफ के जवान ने सीपीआर (कृत्रिम सांस देने की क्रिया) देकर उसकी जान बचाई। इस दौरान जवान फोन पर डॉक्टर से बात कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी ले रहा था। बता दें कि हार्ट अटैक के वक्त एम्बुलेंस काफी देर बाद पहुंची थी ऐसे में जवान की सूझ-बूझ से पीठासीन अधिकारी की जान बचाई जा सकी।
National Hindi News, 20 April 2019 LIVE Updates: दिनभर की अहम खबरों के लिए क्लिक करें
क्या था मामला: दरअसल, 18 अप्रैल को श्रीनगर में वोट डाले जा रहे थे। इस दौरान बुचपोरा के बूथ नंबर 13 पर पीठासीन अधिकरी को हार्ट अटैक आ गया। इस दौरान जब एम्बुलेंस को फोन किया गया तो उसे आने में देर हो गई इस बीच मौके पर तैनात सीआरपीएफ जवान सुरिन्दर कुमार ने कृत्रिम सांस देकर और जरुरी प्राथमिक उपचार कर पीठासीन अधिकरी की जान बचाई। इस दौरान सुरिन्दर फोन पर डॉक्टर से लगातार बात कर रहे थे। फिलहाल अब वो अधिकारी सुरक्षित है।
क्या है सीपीआर: बता दें कि सीपीआर का मतलब कृत्रिम रूप से सांस प्रदान करना है। इसकी जरुरत किसी भी शख्स को तब पड़ती है जब उसकी सांस की नली में रूकावट आ जाए या पीड़ित व्यक्ति की सांस बंद हो जाए तो ऐसे में शख्श को कृत्रिम रूप से सांस दी जाती है।
श्रीनगर और उधमपुर में हुआ मतदान: बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और उधमपुर में 18 अप्रैल को मतदान हुआ था। बता दें कि श्रीनगर सीट से नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, बीजेपी के शेख खालिद जहांगीर और राष्ट्रीय जन क्रांति पार्टी के नजीर अहमद लोन उम्मीदवार है।