मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश विजयवर्गीय को इंदौर तीन से उम्मीदवार बनाया। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इन्हें अपनी पार्टी की सरकार द्वारा पिछले 5 सालों में लागू की गई 3 बड़ी योजनाओं का नाम भी मालूम नहीं है। एक इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया कि इस सरकार की पिछले पांच साल की तीन योजनाओं का नाम बताइए। पांच साल में शिवराज सरकार की वह कौन तीन बड़ी योजनाएं रही जो गेम चेंजर रही, जिसकी वजह से जनता भाजपा को वोट दे? इसके जवाब में उन्होंने कहा, “मुझे यह सटीक जानकारी नहीं है कि कौन सी योजना कब शुरू हुई और कब खत्म हुई।”
सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “देखिए, सिर्फ तीन नहीं, मुझे तो बहुत सारी योजनाएं ऐसी लगती है। माननीय मुख्यमंत्री जी ने सबसे पहले तो जैसे सड़कें, सड़क नीति में…। मतलब सड़क, बिजली ये सब चल ही रहा है। अभी भी चल रहा है। मतलब अब जाके सड़कों का काम पूरा हुआ है क्योंकि पहले तो बहुत सड़कें थी नहीं एमपी में। फिर 10 साल केंद्र में कांग्रेस की भी सरकार रही, जब यहां पर भाजपा की सरकार रही। तब भी कोई बहुत फंड फ्लो नहीं हुआ। जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार आयी, तब से सड़कें, बिजली, पानी की व्यवस्था हुई। महिलाओं को मजबूतीकरण में बहुत काम किया। जैसे पहले भ्रूण हत्याएं बहुत होती थी तो एक लाडली लक्ष्मी योजना शुरू की गई। मुझे यह सटीक जानकारी नहीं है कि कौन सी योजना कब शुरू हुई और कब खत्म हुई।”
बता दें कि बुधवार (28 नवंबर) को मध्य प्रदेश के 230 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न हो गया। चंबल क्षेत्र के कुछ स्थानों पर मारपीट, गोलीबारी और मतदान केंद्रों में तोड़फोड़ की घटनाओं के अलावा पूरे राज्य में मतदान शांतिपूर्ण रहा। राज्य में 74.61 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया हालांकि छह बजे के बाद भी कई स्थानों पर मतदाताओं की कतारें लगी हुई थी। गड़बड़ी के चलते 883 ईवीएम बदली गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी वीएल कांताराव ने बताया, “राज्य में शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हो गया। कहीं भी हिंसा और पुनर्मतदान की बात सामने नहीं आई है। नक्सल प्रभावित जिले बालाघाट के तीन विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 80 फीसदी मतदान हुआ है। वहीं पूरे राज्य में 74़ 61 प्रतिशत मतदान हुआ है। यह आंकड़ा बढ़ने की संभावना है।”