सात चरणों में होने वाले आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के लगभग एक घंटे बाद कानपुर के पुलिस आयुक्त असीम कुमार अरुण ने अपने राजनीतिक पारी की घोषणा करते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआर योजना) के लिए आवेदन कर दिया है। असीम अरुण ने फेसबुक पोस्ट के जरिये इसकी जानकारी दी।
असीम अरुण ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि यह अवगत कराना चाहता हूं कि मैंने वीआरएस के लिए आवेदन किया है क्योंकि अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहता हूं। मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि योगी आदित्यनाथ ने मुझे भाजपा का सदस्य होने के योग्य समझा। साथ ही उन्होंने लिखा कि वे पुलिस अधिकारी के रूप में अपने अनुभव से पार्टी की मदद करने की कोशिश करेंगे।
इसके अलावा उन्होंने लिखा कि मैं महात्मा गांधी के द्वारा दिए गए शिक्षाओं के अनुसार ही कार्य करने की कोशिश करूंगा। साथ ही उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को धन्यवाद देते हुए कहा कि आईपीएस की नौकरी और अब यह सम्मान सब उनके कारण ही संभव हो पाया है। अपने फेसबुक पोस्ट में उन्होंने अपने दिवंगत माता पिता को याद करते हुए कहा कि उनके पुण्य कर्मों के कारण ही आज यह सम्मान मिल रहा है।
असीम कुमार अरुण 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। असीम अरुण पिछले साल के 25 मार्च कानपुर के कमिश्नर हैं। ईमानदार अधिकारी माने जाने वाले अरुण इससे पहले 112 और आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के प्रमुख के पद पर तैनात थे। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के लिए एक कमांडो प्रशिक्षण भी किया हुआ है। इससे पहले वे हाथरस, बलरामपुर, गोरखपुर, अलीगढ़, सिद्धार्थनगर सहित कई जिले के कप्तान रह चुके हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि असीम अरुण ने शनिवार को सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है। अधिकारी ने यह भी कहा कि उन्होंने तीन महीने की नोटिस अवधि से भी छूट मांगी है। असीम अरुण के कन्नौज से चुनाव लड़ने की अटकलें लग रही है। उनका ताल्लुक कन्नौज जिले के ठठिया थाना के मजरा गौरनपुरवा से है। असीम अरुण के पिता श्रीराम अरुण भी आईपीएस रह चुके हैं और उन्होंने राज्य में आतंकवाद निरोधी दस्ते का गठन भी किया था।