Lok Sabha Election 2019: बीजेपी के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अपनी ही पार्टी को निशाने पर लेने के कारण हमेशा चर्चा में रहते हैं। माना जा रहा है कि गुरुवार (28 मार्च) को वे कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, शत्रुघ्न सिन्हा ने यह फैसला तब लिया, जब बीजेपी ने उनकी जगह पटना साहिब सीट पर केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद को टिकट दे दिया। बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब सीट से वर्तमान सांसद हैं। यह लोकसभा सीट 2009 के दौरान अस्तित्व में आई थी। इस पर दो बार लोकसभा चुनाव हुए और दोनों ही बार शत्रुघ्न सिन्हा ने जीत दर्ज की थी।
कैबिनेट से निकालने के बाद बढ़ी कड़वाहट : अब यह देखना बाकी है कि कांग्रेस शत्रुघ्न सिन्हा को रवि शंकर प्रसाद के मुकाबले पटना साहिब सीट से उतारती है या नहीं। बता दें कि 2014 में शत्रुघ्न सिन्हा ने इस सीट पर बीजेपी के टिकट से जीत हासिल की थी, लेकिन कैबिनेट से निकाले जाने के बाद शत्रुघ्न और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के रिश्तों में कड़वाहट आती चली गई।
खुलेआम पार्टी की आलोचना करने लगे सिन्हा : इसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने खुलेआम पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की कड़ी आलोचना शुरू कर दी। वहीं, नोटबंदी और सीबीआई-आरबीआई जैसे संस्थानों के मुद्दे पर उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को जमकर घेरा।
बीजेपी छोड़ने के दे चुके संकेत : कुछ दिन पहले शत्रुघ्न सिन्हा ने संकेत दिए थे कि वे नरेंद्र मोदी के साथ अब काम नहीं करेंगे। इसके लिए उन्होंने उर्दू में एक कविता ट्विटर पर पोस्ट की थी। इसमें उन्होंने लिखा था, ‘‘हो सकता है उनके प्रशंसकों में कोई कमी न हो, लेकिन इनमें असंतुष्ट बीजेपी नेता एक भी नहीं होगा।’’वह कविता इस तरह लिखी गई थी, ‘‘मोहब्बत करने वाले कम न होंगे, तेरी महफिल में लेकिन हम न होंगे।’’
यूपीए की तारीफ, एनडीए पर निशाना : पिछले कुछ महीनों में शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कई बार तारीफ भी की। वहीं, वे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके तेजस्वी यादव के साथ कई बार देखे गए। कुछ दिन पहले शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था, ‘‘एनडीए के नेता बिहार में सभी 40 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं, लेकिन यह वास्तविकता नहीं, उम्मीद पर आधारित सोच है।’’
