दिल्ली के बाद पंजाब में पैर पसारने वाली आम आदमी पार्टी अब अन्य राज्यों पर भी नजर रख रही है। बता दें कि पंजाब की 117 विधानसभा सीटों में से आप ने 92 पर कब्जा जमाया है। ऐसे में पंजाब की जनता आप को पूर्ण बहुमत देकर सत्ताधारी कांग्रेस के विकल्प के तौर पर चुना है। वहीं पार्टी इस जीत से काफी उत्साहित है और अब अपने दायरे को बढ़ाने के लिए विचार कर रही है।

पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पंजाब में गुरुवार की शानदार जीत ने पार्टी के लिए राष्ट्रीय मंच पर बना दिया है। उन्होंने कहा कि अब हमारे रडार पर गुजरात और हिमाचल प्रदेश प्रमुखता से हैं। बता दें कि इन दोनों प्रदेशों में इसी साल के आखिरी तक विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में आप ने इसको लेकर रणनीति बनानी शुरू कर दी है। हालांकि इसमें गौर करने वाली बात यह भी है कि पंजाब के साथ गोवा, यूपी और उत्तराखंड में आप का प्रदर्शन पंजाब के मुकाबले खराब रहा।

गुजरात में आप पहले से ही प्रचार मोड पर है क्योंकि वह कांग्रेस की जगह खुद को भुनाने की कोशिश कर रही है। उम्मीद है कि अगले महीने केजरीवाल और पंजाब के मनोनीत मुख्यमंत्री भगवंत मान गुजरात में आप को मजबूत करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य की यात्रा कर सकते हैं।

दिल्ली में कांग्रेस के वोटर्स AAP के पाले में जा चुके हैं। वहीं जब भी कांग्रेस अपेक्षाकृत अच्छा प्रदर्शन करती है, जैसा कि उसने 2017 में नगर निगम चुनावों में किया था उससे AAP को नुकसान होता है। यही कारण है कि AAP को हिमाचल प्रदेश में एक आशा दिखाई दे रही है।

ऐसे में आम आदमी पार्टी गुजरात और हिमाचल प्रदेश में अपनी सक्रियता आने वाले दिनों में तेज कर राजनीति में लोगों के लिए नया विकल्प तैयार करने में लगी है। हालांकि इसमें वो कितना सफल होगी यह आने वाले चुनावों में साफ होगा।