दिल्ली की आम आदमी पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में जीत के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी, दिल्ली में करीब 35 लाख लोगों से निजी तौर पर मुलाकात कर पार्टी का प्रचार करने की योजना बना रही है। सोमवार को आम आदमी पार्टी ने एक बयान में कहा कि चूंकि कई प्रोफेशनल लोग पार्टी की रैलियों में शामिल नहीं हो पाते, इसलिए पार्टी ने ऐसे लोगों से खुद मिलकर बातचीत करने की योजना बनायी है। दिल्ली के सीएम और आप अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल खुद दिल्ली में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। बता दें कि दिल्ली में भाजपा को रोकने के लिए आम आदमी पार्टी, कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिशों में जुटी है। हालांकि अभी तक इस गठबंधन की पुष्टि नहीं हो पायी है, लेकिन इस संभावित गठबंधन से जुड़ी खबरें आए दिन मीडिया में आती रहती हैं।
ऐसी खबरें आ रहीं थी कि दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से आप, कांग्रेस को 2 सीटें देने के लिए तैयार है, जबकि कांग्रेस द्वारा 3 सीटों की मांग की जा रही है। दोनों ही तरफ ऐसे नेता हैं जो इस गठबंधन के समर्थन में है, वहीं कुछ नेता ऐसे भी हैं, जो इस संभावित गठबंधन का विरोध कर रहे हैं। अब खबर आयी है कि आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के सामने ऐसी शर्त रख दी है कि यह संभावित गठबंधन बनने से पहले ही मुश्किलों में दिखाई दे रहा है। हिन्दुस्तान की खबर के अनुसार, आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के सामने दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा में भी गठबंधन करने की शर्त रख दी है। लेकिन कांग्रेस हरियाणा में आप के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार नहीं है।
बीते हफ्तें मीडिया में आ रहीं खबरों से लग रहा था कि जल्द ही आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन होने वाला है। लेकिन अब एक बार फिर इस पर ब्रेक लगता दिखाई दे रहा है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा में भी गठबंधन करने की शर्त रखी थी। पंजाब पर तो आप नेतृत्व किसी तरह मान गया, लेकिन अब आम आदमी पार्टी हरियाणा को छोड़ने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है।