2019 Lok Sabha Election के लिए राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी के दौरे से पहले कांग्रेस विधायक ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए है। गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का जमकर प्रचार करने वाले ओबीसी नेता और पार्टी विधायक अल्पेश ठाकोर ने खुद को दरकिनार किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस की गुजरात ईकाई पर उनकी और उनके समुदाय की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। ठाकोर ने यह भी कहा कि कई बार मुद्दा उठाए जाने के बावजूद हाईकमान ने कुछ नहीं किया। उल्लेखनीय है कि 28 फरवरी को गांधी परिवार के तीनों वरिष्ठ नेता अडालज और अहमदाबाद का दौरा करेंगे।

ओबीसी नेता के तौर पर उभरे थे ठाकोरः द प्रिंट से बातचीत में ठाकोर ने कहा, ‘समस्या पार्टी की राज्य ईकाई के चलते है। इस संबंध में कई बार हाईकमान से बातचीत की गई लेकिन कुछ नहीं हुआ।’ गौरतलब है कि ठाकोर 2015 में ओबीसी समुदाय के बड़े नेता के रूप में उभरे थे। 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इस चुनाव में वे उत्तर गुजरात की राधनपुर सीट से विधायक चुने गए थे। अब उन्होंने कहा, ‘मुझे और मेरे समुदाय के लोगों को नजरंदाज किया जा रहा है, हमारी ईमानदारी की अनदेखी की जा रही है।’

 

बुरे वक्त में साथ दिया, बदले में कुछ नहीं मिलाः ठाकोर ने कहा, ‘हमने कांग्रेस के बुरे दौर में उससे हाथ मिलाया था लेकिन उसके बदले हमें कुछ नहीं मिला। अगर ऐसा ही चलता रहा तो इसका असर लोकसभा चुनाव पर पड़ सकता है।’ गुजरात कांग्रेस के एक नेता ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि ठाकोर कांग्रेस के लिए फायदा कम और नुकसान ज्यादा कर रहे हैं। इसी बीच ठाकोर के बीजेपी के संपर्क में होने की भी खबरें सामने आई हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि वे लोकसभा चुनाव से पहले ही पार्टी बदल सकते हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में उन्होंने यहा भी कहा था कि अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उनका फोन तक नहीं उठाते