2019 Lok Sabha Election: आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन कर चुके हैं, लेकिन कुछ सीटों को लेकर दोनों दलों के कई नेता अब भी आमने-सामने हैं। ऐसे में उनके बीच सियासी बयानबाजी का दौर भी लगातार जारी है। हाल ही में मावल लोकसभा सीट से आए पार्षदों के एक समूह ने सीएम देवेंद्र फडणवीस से यह सीट वापस लेने की मांग की। बता दें कि इस सीट से शिवसेना की ओर से श्रीरंग बारणे सांसद हैं। इसके अलावा अमरावती, जालना जैसी सीटों पर भी दोनों दलों के नेता आपस में ही उलझ रहे हैं।

मालवा लोकसभा सीट: लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी और शिवसेना के नेताओं में सीट बंटवारे के बाद भी मनमुटाव जारी है। इसका ताजा उदाहरण उस वक्त देखने को मिला, जब 19 फरवरी को शिवनेरी में पार्षदों के दल ने सीएम देवेंद्र फडणवीस से मिलकर मावल लोकसभा सीट से शिवसेना के मौजूदा सांसद श्रीरंग बारणे से सीट वापस लेने की मांग की। पिछले महीने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी श्रीरंग बारणे की शिकायत की गई थी। बता दें कि श्रीरंग पीएम मोदी और राज्य सरकार के बड़े आलोचक रहे हैं।

अमरावती लोकसभा सीट: लोकसभा चुनाव से पहले ही अमरावती से शिवसेना सांसद आनंदराव विठोबा अडसुल बीजेपी की जिला इकाई के विरोध का सामना कर रहे हैं। बता दें कि अडसुल दो बार के सांसद हैं, लेकिन बीजेपी संसदीय क्षेत्र में उनकी ‘अनुपलब्धता’ और ‘बाहरी’ होने के बारे में लगातार शिकायत कर रही है। बीजेपी नेता सारंग कामतेकर के मुताबिक, अडसुल काफी समय से क्षेत्र में मौजूद नहीं हैं। कामतेकर के मुताबिक, अडसुल अपने बेटे से प्रचार करवा रहे हैं, जो 2014 का विधानसभा चुनाव हार गए थे। बीजेपी सूत्रों की मानें तो गठबंधन पर मुहर लगने से पहले ही कामतेकर की पत्नी सीमा सावले को पार्टी ने अमरावती सीट पर चुनाव प्रचार शुरू करने के लिए कह दिया था। बता दें कि अमरावती महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में आती है, जहां राज्य के मुद्दे पर भाजपा और शिवसेना के नेता अलग-अलग हैं।

मुंबई उत्तर-पूर्व: बीजेपी और शिवसेना के बीच मुंबई उत्तर-पूर्व निर्वाचन क्षेत्र को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। मौजूदा समय में बीजेपी के किरीट सोमैया यहां से सांसद हैं। 2016 में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने किरीट सोमैया पर तब हमला किया था, जब उन्होंने बृहन्मुंबई नगर निगम में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कार्यक्रम किया था। बता दें कि उस समय यह विभाग शिवसेना के पास था। इन सबके बीच हाल ही में बीजेपी नेता और मुंबई शहर के प्रमुख आशीष शेलार ने सीएम की उपस्थिति में एक कार्यक्रम में बयान दिया था कि बीजेपी सभी मुंबई की छह सीटों पर जीत हासिल करेगी।

जालना लोकसभा सीट: इस सीट से बीजेपी के मौजूदा सांसद रावसाहेब दानवे के खिलाफ शिवसेना कोटे से राज्य सरकार में मंत्री अर्जुन खोतकर ने मोर्चा खोल रखा है। उन्होंने ऐलान किया है कि वे लोकसभा चुनाव में दानवे के खिलाफ मैदान में उतरेंगे। 30 जनवरी को उन्होंने कहा कि बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन होने के बाद भी वे चुनाव लड़ेंगे। गौरतलब है कि दोनों पार्टियों में गठबंधन होने के एक दिन बाद ही खोतकर ने कहा था कि बीजेपी हमारी ताकत के आधार पर जीतती है लेकिन उसका व्यवहार बहुत खराब है।

बारामती लोकसभा सीट: इस सीट पर हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दौरा किया था। तब उन्होंने यह सीट जीतने की बात करते हुए कार्यकर्ताओं में जोश भरा था, लेकिन शिवसेना की ओर से इस सीट पर कुछ खास तवज्जो नहीं दी गई। बताया जा रहा है कि यहां से मौजूदा एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले के शिवसेना से अच्छे संबंध है। सुले एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी है।

पूर्व कांग्रेस नेता ने बनाई नई पार्टी : बता दें कि कोंकण में पूर्व कांग्रेस नेता नारायण राणे ने महाराष्ट्र स्वाभिमानी पक्ष के नाम से नई पार्टी बना ली है। उन्होंने ऐलान किया है कि वे शिवसेना के उम्मीदवारों के खिलाफ मैदान में उतरेंगे। इसके अलावा उन्होंने हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी, जिससे अटकलें हैं कि वे मुंबई में एनसीपी के उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे। उधर, अहमदनगर से बीजेपी सांसद के खिलाफ शिवसैनिक अभी से एकजुट हो रहे है। इसके पीछे का कारण दिसंबर 2018 में पार्षद चुनाव के दौरान एनसीपी के साथ बीजेपी के हाथ मिलाने को बताया जा रहा है।