World Teachers Day 2018: आज “वर्ल्ड टीचर्स डे” मनाया जा रहा है। भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है लेकिन दुनिया के विभिन्न देशों में इसे 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं इसे क्यों मनाया जाता है? UNESCO ने 5 अक्टूबर को “इंटरनेशनल टीचर्स डे” घोषित किया है। 5 अक्टूबर, 1966 को पेरिस में आयोजित एक इंटरगवर्मेंटल कॉन्फ्रेंस में “टीचिंग इन फ्रीडम” संधि पर हस्ताक्षर हुए थे। संधि में शिक्षकों के अधिकारों और जिम्मेदारी, रिक्रूटमेंट और पढ़ाने की परिस्थितियों जैसी महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं। हर साल UNESCO टीचिंग प्रोफेशन को प्रोमोट करने के लिए 5 अक्टूबर को “वर्ल्ड टीचर्स डे” मनाता है। इस साल “वर्ल्ड टीचर्स डे” का थीम है ‘शिक्षा के अधिकार का मतलब योग्य अध्यापक का अधिकार’
UN के मुताबिक, साल 2030 तक प्राइमरी और सेकेंडरी एजुकेशन का लक्ष्य पूरा करने के लिए दुनियाभर में 6 करोड़ 90 लाख शिक्षकों की भर्ती करने की जरूरत है। 5 अक्टूबर को जिन देशों में “वर्ल्ड टीचर्स डे” मनाया जाता है उनमें अर्मेनिया, अज़रबैजान, बांग्लादेश, बुल्गारिया, कैमरून, कनाडा, एस्टोनिया, जर्मनी, लिथुआनिया, मैसेडोनिया, मालदीव, मॉरीशस, मोल्दोवा गणराज्य, मंगोलिया,म्यांमार, नीदरलैंड, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस, कुवैत, कतर, रोमानिया, रूस, सर्बिया और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।
भारत में शिक्षक दिवस- भारत में शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। 5 सितंबर, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन विख्यात शिक्षाविद् और दर्शनशास्त्री थे। वह अपने छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय थे। वह हमारे देश के उप-राष्ट्रपति भी थे। उनका जन्म 5 सितंबर, 1888 को तमिल नाडु के तिरुट्टनी में हुआ था। एक बार उनके जन्मदिन पर विद्यार्थियों और कुछ मित्रों ने उनसे बर्थ डे सेलिब्रेट करने को कहा था लेकिन डॉ. राधाकृष्णन ने ऐसा करने से मना कर दिया था। लेकिन उन्होंने कहा था कि उन्हें खुशी होगी अगर वे उनका जन्मदिन सभी शिक्षकों के सम्मान में मनाएं। इसी के उपलक्ष्य में शिक्षक दिवस मनाया जाता है और साल 1962 के बाद से 5 सितंबर को हर साल शिक्षक दिवस मनाया जाता है।