पश्चिम बंगाल में करीब 9 साल बाद आयोजित हुई पश्चिम बंगाल कर्मचारी चयन आयोग की एसएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा सफलतापूर्वक संपन्न हो गई है। रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच राज्य भर के 636 केंद्रों पर इस परीक्षा का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 3.20 लाख कैंडिडेट्स ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। बता दें कि इससे पहले यह परीक्षा 2016 में आयोजित हुई थी।

डेढ़ घंटे तक चली परीक्षा

पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) द्वारा यह परीक्षा दोपहर 12 बजे शुरू हुई और 1.30 बजे समाप्त हो गई। दिव्यांग स्टूडेंट्स को 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया। बता दें कि राज्य में यह परीक्षा इसी साल अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सरकारी स्कूलों में 26,000 से ज्यादा नौकरियों को रद्द किए जाने के बाद आयोजित की गई पहली शिक्षक भर्ती परीक्षा थी।

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यूपी-बिहार से छात्र सबसे ज्यादा आए

कक्षा 9 और कक्षा 10 में सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए यह परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा शुरू होने से पहले उम्मीदवारों को सेंटर्स पर कड़ी जांच से गुजरना पड़ा। इसके अलावा इस परीक्षा में यूपी, बिहार और झारखंड से सबसे अधिक संख्या में छात्र उपस्थित हुए। यूपी-बिहार से आए उम्मीदवारों ने मीडिया को बताया कि उनके गृह राज्यों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है इसलिए वह यहां पेपर देने आए हैं। यूपी में पिछली भर्ती परीक्षा 2022 में हुई थी और तब से कोई नई रिक्तियों की घोषणा नहीं की गई है।

सुरक्षा व्यवस्था थी मजबूत

परीक्षा केंद्रों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू थी, जिसमें परीक्षा स्थल से 100 मीटर की दूरी पर जांच और सेंटर के गेट पर जांच शामिल है। सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले सेंटर पर पहुंचने के निर्देश पहले से दिए गए थे। प्रवेश द्वारों पर प्रवेश पत्रों की जांच के लिए बारकोड स्कैनर का इस्तेमाल किया गया था और केवल पेन को ही अंदर ले जाने की अनुमति थी। पेन भी सेंटर पर ही उपलब्ध कराए गए थे।

किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या मोबाइल फ़ोन की अनुमति नहीं थी, यहां तक कि परीक्षा केंद्र के पर्यवेक्षकों और एसएससी अधिकारियों को भी परीक्षा हॉल में मोबाइल फ़ोन ले जाने पर रोक लगा दी गई थी।