उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के होनहार छात्रों को एक बड़ी सौगात दी है। यह सौगात उन छात्रों के लिए है जो संस्कृत में रुचि रखते हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री ने संस्कृत छात्रवृत्ति योजना शुरू की है। योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में सभी संस्कृत छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना का ऐलान किया। इस योजना के तहत, राज्य भर में 69,195 संस्कृत छात्रों को 586 लाख रुपये की छात्रवृत्ति वितरित की जाएगी।
पहले 300 छात्रों को ही मिल रही थी स्कॉलरशिप
मुख्यमंत्री ने इस योजना की घोषणा करते हुए यह भी बताया कि पहले केवल 300 छात्र ही इस छात्रवृत्ति योजना के लिए पात्र थे और इसकी वजह आयु प्रतिबंध था, लेकिन राज्य सरकार ने इस प्रतिबंध को खत्म कर दिया है। इसी वजह से अब इस योजना का लाभ उन सभी स्टूडेंट्स को मिलेगा जो संस्कृत पढ़ेंगे। इस योजना का लाभ उठाने के लिए छात्र अपने-अपने स्कूल या शिक्षण संस्थान से संपर्क करें तो उन्हें पूरी जानकारी मिल जाएगी।
संस्कृत को लेकर सीएम ने क्या कहा?
सीएम ने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित एक सभा में कहा, “संस्कृत केवल देव वाणी (देवताओं की भाषा) नहीं है, बल्कि एक वैज्ञानिक भाषा भी है जिसे कंप्यूटर विज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे आधुनिक क्षेत्रों में लागू किया जा सकता है।” योगी ने छात्रों को धन के प्रत्यक्ष और सुरक्षित हस्तांतरण को सुनिश्चित करने के लिए बैंक खाते खोलने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
संस्कृत को पुनर्जीवित करना है- सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि प्रदेश में आवासीय गुरुकुल शैली के संस्कृत स्कूलों को पुनर्जीवित करने की योजना भी हम शुरू कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने साइंस और टेक्निकल एजुकेशन के लिए एक भाषा के रूप में संस्कृत की क्षमता पर जोर डाला और छात्रों से इसे गंभीरता से अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि सरकार भाषा में उन्नत शोध को बढ़ावा देने के लिए एक ‘वैदिक विज्ञान केंद्र’ भी स्थापित कर रही है।