CUET UG 2024: बोर्ड परीक्षा और सीयूईटी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए 2022 की टॉपर जया झा ने कुछ टिप्स दिए हैं। जिनके जरिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG) में उन्हें फायदा मिलेगा। जया झा ने बताया है कि कैसे CBSE बोर्ड परीक्षा के लिए की गई तैयारी ने उन्हें CUET टॉपर बना दिया। जया झा ने 2022 में पहली बार में ही CUET क्लीयर कर लिया। उन्होंने 800/800 अंकों के साथ परीक्षा में टॉप किया। झा ने सीयूईटी यूजी में राजनीति विज्ञान, इतिहास, अंग्रेजी और मनोविज्ञान आदि में पांच पेपर दिए थे।

उन्हें क्लास 10 में 95 प्रतिशत और कक्षा 12 में 99.5 प्रतिशत अंक मिले थे। फिलहाल जया दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से बीए (ऑनर्स) राजनीति विज्ञान की पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने बोर्ड के छात्रों के लिए कुछ टिप्स दिए हैं।

CUET का कैसा रहा एक्सपीरियंस

जया ने कहा, “मैंने कोई भी कोचिंग नहीं ज्वाइन की थी। मैंने अपनी बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले ही सीयूईटी की तैयारी शुरू कर दी थी। 12वीं कक्षा की परीक्षा से पहले से ही एमसीक्यू (Multiple Choice Questions) कर रही थी और यह फायदेमंद साबित हुआ। मैंने सभी चार विषयों के अलग-अलग नोट्स तैयार किए। मैंने इस बात का ध्यान रखा कि एनसीईआरटी सिलेबस का कोई भी ‘बॉक्स’ और ‘टाइमलाइन’ न छूटे। दरअसल, एनसीईआरटी किताबो में हर चैप्टर के बाद लास्ट में बॉक्स दिए जाते हैं, जिनमें प्रमुख जानकारियां शामिल होती हैं।

असल में CUET और CBSE परीक्षाओं की एक साथ तैयारी करना थोड़ा कठिन था। CUET पूरी तरह से एमसीक्यू रूप में था जबकि 12वीं की परीक्षा के लिए सारा सिलेबस पढ़ना था। इसलिए मैंने दो नोट्स तैयार किए थे। एक नोट्स एमसीक्यू था और दूसरा सबजेक्ट के हिसाब से। अलग-अलग विषयों के लिए मैंने जो पढ़ाई की उन्हें भी एमसीक्यू में शामिल किया।

हिंदू कॉलेज ही क्यों चुना?

जया का आगे कहना है, “मैंने हिंदू कॉलेज को चुना क्योंकि यह रैंकिंग के अनुसार भारत के सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में से एक है। इस कॉलेज से राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएशन करने वाले को आगे चलकर फायदा मिलता है। सीयूईटी का फॉर्म भरते समय मैंने हिंदू कॉलेज को मेरी फर्स्ट च्वाइस के रूप में रखा था। मेरी दूसरी और तीसरी च्वाइस मिरांडा हाउस और श्री राम कॉलेज थे।”

छात्रों के लिए टिप्स

– तैयारी हमेशा करते रहे, बीच में गैप न करें।

-आपस में जानकारी को शेयर करें। कोई भी शख्स अकेले ही सब कुछ पूरा नहीं कर सकता।

  • -किसी भी विषय को छोटा समझकर न छोड़ें।
  • -एनसीईआरटी किताबों के चैप्टर के बक्सों पर ध्यान दें।

-एनसीईआरटी सिलेबस को अच्छी तरह से पढ़े।

– यदि कोई प्रश्न कठिन है तो उसे छोड़कर दूसरे को सॉल्व करें।

  • -ब्रेक लेकर पढ़ाई करें।