तमिलनाडु स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने घोषणा की है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार कक्षा 1 से 8 तक पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों के लिए टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत 2026 में तीन विशेष टीईटी परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी, जिसमें पहली परीक्षा जनवरी, दूसरी जुलाई और तीसरी दिसंबर में आयोजित होगी। यह नियम सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के शिक्षकों पर लागू होगा और इसके अनुसार, टीईटी पास करना न केवल सेवा में बने रहने के लिए आवश्यक है, बल्कि पदोन्नति के लिए भी अनिवार्य होगा।
सुप्रीम कोर्ट का निर्देश
सरकारी आदेश (13 अक्टूबर, 2025) के अनुसार, “सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के आधार पर, तमिलनाडु सरकार ने जनवरी, जुलाई और दिसंबर 2026 में सेवारत माध्यमिक और स्नातक स्तर के शिक्षकों के लिए विशेष टीईटी आयोजित करने का निर्णय लिया है।”
टीचर रिक्रूटमेंट बोर्ड को मिला यह अधिकार
टीचर रिक्रूटमेंट बोर्ड (TRB) को इन विशेष परीक्षाओं के लिए अधिसूचना जारी करने का अधिकार दिया गया है। पहली अधिसूचना नवंबर 2025 के अंतिम सप्ताह में जारी होने की संभावना है, जबकि पहला चरण (पेपर I और II) 24 और 25 जनवरी 2026 को आयोजित किया जाएगा। जुलाई और दिसंबर 2026 के लिए नोटिफिकेशन बाद में जारी किए जाएंगे।
क्यों जरूरी है टीईटी परीक्षा ?
अधिकारियों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि टीईटी पास करना केवल सेवा में बने रहने के लिए ही नहीं, बल्कि पदोन्नति के लिए भी आवश्यक है। इसके लिए कोई छूट नहीं दी जाएगी, सिवाय उन शिक्षकों के जिनके सेवानिवृत्ति में पांच साल से कम समय बचा हो।
इतने शिक्षकों ने पास नहीं की है टीईटी
विभाग के अनुसार, सरकारी स्कूलों में अभी भी 1.7 लाख से अधिक शिक्षक टीईटी पास नहीं कर पाए हैं। निजी स्कूलों के कई शिक्षक भी इस नियम से प्रभावित हैं। विभाग ने निर्देश दिए हैं कि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (DIETs) के माध्यम से शिक्षकों के लिए विशेष कोचिंग सत्र आयोजित किए जाएं।
एक वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी ने कहा, “TRB को निर्देश दिया गया है कि 2026 में सभी तीन विशेष टीईटी का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया जाए और 2027 में शेष शिक्षकों की संख्या के आधार पर अतिरिक्त परीक्षा आयोजित करने पर विचार किया जा सके।”
इस बीच, राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा याचिका दाखिल कर कुछ पहलुओं, जैसे नियम के पीछे की तारीख (retrospective application) पर स्पष्टता मांगी है।
टीईटी का संक्षिप्त आंकड़ा
2012 में टीईटी की शुरुआत के बाद तमिलनाडु में कुल 6 परीक्षाएं आयोजित की गई, जिसमें 37.28 लाख उम्मीदवार शामिल हुए। इनमें से केवल 1.68 लाख (लगभग 4.5%) उम्मीदवार ही सफल हो पाए।
कक्षा 11 की परीक्षा रद्द
इसके साथ ही तमिलनाडु सरकार ने कक्षा 11 की सार्वजनिक परीक्षा इस शैक्षणिक वर्ष से रद्द करने का आदेश भी जारी किया है। यह कदम छात्रों पर शैक्षणिक दबाव कम करने और राज्य शिक्षा नीति के तहत लिया गया है। अब कक्षा 11 में सार्वजनिक परीक्षा की जगह स्कूल आंतरिक मूल्यांकन करेंगे।