भारत में हर साल लाखों स्टूडेंट्स विदेश में पढ़ाई करने का सपना देखते हैं, लेकिन महंगी फीस और कठिन वीजा प्रोसेस के चलते हर बच्चे का यह सपना पूरा नहीं हो पाता। विदेश में पढ़ाई करने के लिए स्टूडेंट वीजा मिलता है, जिसका प्रोसेस कई देशों में बहुत कठिन है। अमेरिका ऐसा देश है जहां ज्यादातर भारतीय स्टूडेंट वीजा लेकर जाते हैं। इस देश का स्टूडेंट वीजा लेना वाकई बहुत कठिन होता है और इसकी वजह है यहां के नियम कायदे।

इन देशों का वीजा प्रोसेसिंग सिस्टम है कठिन

अमेरिका समेत कई अन्य देशों में वीजा प्रोसेसिंग टाइम बहुत ज्यादा होता है। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि कुछ देशों में तो वीजा अप्रूवल रेट भी काफी कम है। ऐसे में बहुत से स्टूडेंट्स का इन देशों में पढ़ने का ख्वाब पूरा नहीं हो पाता है। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, विदेश में 13 लाख भारतीय स्टूडेंट वीजा पर गए हुए हैं और इसमें से 80 फीसदी से ज्यादा अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रहे हैं। ये वो देश हैं जिनका वीजा प्रोसेसिंग वाकई कठिन है और अप्रूवल रेट भी काफी कम है।

‘हिजाब और बुर्का अपने घर पर पहनें’, महाराष्ट्र के मंत्री ने बोर्ड एग्जाम सेंटर्स पर इसे बैन करने की उठाई मांग

इन देशों का स्टूडेंट वीजा मिल जाता है आसानी से

इन सभी के बीच दुनिया में ऐसे भी देश हैं जहां का वीजा प्रोसेसिंग सिस्टम काफी अच्छा है और इन देशों का स्टूडेंट वीजा आसानी से मिल जाता है। यहां के देशों में स्टूडेंट वीजा प्राप्त करने के लिए ना ज्यादा मशक्कत करनी होती है ना ज्यादा पैसा खर्च होता है और ऐसा भी नहीं है कि यहां कि पढ़ाई अच्छी नहीं है। इन देशों का एजुकेशन सिस्टम दुनिया के सबसे बेहतरीन सिस्टम में गिना जाता है। आइए यहां हम आपको ऐसे पांच देशों के बारे में बताते हैं जहां का स्टूडेंट वीजा आसानी से मिल जाता है।

फ्रांस

पश्चिम यूरोप का देश फ्रांस अपनी बेस्ट एजुकेशन के लिए जाना जाता है। यहां पढ़ाई करने के लिए आपको स्टूडेंट वीजा लेना पड़ता है जिसके कई प्रकार होते हैं। फ्रांस में शॉर्ट स्टे वीजा, प्रवेश परीक्षा वीजा और निवास परमिट वीजा और वर्किंग हॉलिडे वीजा मिलता है। फ्रांस का वीजा प्रोसेस काफी आसान है। फ्रांस में वीजा मिलने की जो संभावना है वो 85 फीसदी तक रहती है और इसकी वजह है कि यहां का स्टूडेंट वीजा लेने के लिए बहुत कम दस्तावेज देने होते हैं। फ्रांस का स्टूडेंट वीजा 2 से 4 हफ्ते के अंदर मिल जाता है।

जर्मनी

उच्च गुणवता वाली पढ़ाई के लिए ये देश जाना जाता है। जर्मनी में दुनियाभर से छात्र पढ़ने के लिए जाते हैं। यहां का स्टडी वीजा उम्मीदवारों को आसानी से मिल जाता है। जर्मनी का वीजा एक्सेप्टेंस रेट 90 फीसदी है। अगर आप STEM यानी साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स फील्ड के कोर्स की पढ़ाई करने जा रहे हैं, तो फिर आपको आसानी से स्टूडेंट वीजा मिल जाएगा।

संयुक्त राज्य अमीरात (UAE)

यूएई वैसे तो छुट्टी मनाने के लिए सभी लोगों की पसंदीदा जगह है, लेकिन छात्रों के लिए भी यह जगह स्टडी के लिहाज से पसंदीदा है। UAE में पढ़ाई करना भारतीय छात्रों के बीच काफी अच्छा विकल्प बन चुका है। बिजनेस और मैनेजमेंट स्टडीज जैसे कोर्सेज की पढ़ाई के लिए भारतीय छात्र यूएई जाते हैं। यहां का वीजा प्रोसेसिंग टाइम भी काफी कम है। आपको 15 से 20 दिनों के भीतर स्टूडेंट वीजा मिल जाएगा।

फिलीपींस

एशिया का यह देश भी अपने कम वीजा प्रोसेसिंग टाइम के लिए जाना जाता है। मेडिकल कोर्स की पढ़ाई के लिए भारतीय छात्र इस देश में जाना अधिक पसंद करते हैं। यहां करीब 10 हजार भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। फिलीपींस में उन छात्रों को आसानी से वीजा मिल जाता है, जो मेडिकल और हेल्थकेयर कोर्सेज में एडमिशन लेना चाहते हैं। फिलीपींस का स्टूडेंट वीजा 7 से 30 दिनों के भीतर मिल जाता है।

पोलैंड

यह देश बजट फ्रेंडली एजुकेशन के लिए जाना जाता है। साथ ही यहां पर सुरक्षित वातावरण भारतीय छात्रों को अपनी तरफ खींचता है। इस देश में एक साफ और सरल वीजा एप्लिकेशन प्रोसेस है, जिसकी वजह से छात्र यहां पढ़ने के लिए दुनियाभर से आ रहे हैं। पोलैंड की यूनिवर्सिटीज को दुनियाभर में मान्यता भी मिली हुई है। पोलैंड में स्टूडेंट वीजा 2 से 3 हफ्ते में मिल जाता है।

महत्वपूर्ण जानकारी

विदेश में पढ़ाई करने की चाह रखने वाले स्टूडेंट इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आप कहीं का भी स्टडी वीजा लें, लेकिन किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचें। स्टडी वीजा दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की घटनाएं बहुत होती हैं। लाखों रुपए लोग ठग लेते हैं और स्टडी वीजा भी नहीं मिल पाता, इसलिए हम सलाह देते हैं कि स्टडी वीजा हासिल करने के लिए सही और सीधा रास्ता चुनें। वीजा प्राप्त करने के लिए उस देश के वीजा एप्लीकेशन प्रोसेस को सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट पर ही पूरा करें।