साल 2024 शिक्षा के क्षेत्र में काफी उथल-पुथल वाला रहा, क्योंकि इस साल कई वजहों से छात्र सड़कों पर उतरे और प्रदर्शन करने को मजबूर हुए। साल के खत्म होने तक भी बिहार में बीपीएससी छात्र सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस साल पेपर लीक विवाद खूब चर्चाओं में रहा। नीट और नेट जैसे पेपर इस विवाद की आग में आहूति बने। साल के आखिरी महीने दिसंबर में भी पेपर लीक विवाद चर्चाओं में है, क्योंकि बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा को लेकर विवाद खड़ा हो गया। इसको लेकर बिहार में छात्रों का प्रदर्शन हो रहा है।

इस साल सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए छात्र

इस आर्टिकल में हम आपको इस साल के ऐसे मामलों के बारे में बताएंगे जब छात्र सड़क पर उतरने को मजबूर हुए। छात्रों ने अपनी आवाज़ उठाई और अधिकारियों से निष्पक्ष निर्णय लेने की मांग की। प्रतियोगी परीक्षाओं के कथित प्रश्नपत्र लीक, छात्र सुरक्षा और देरी से होने वाली परीक्षाओं से संबंधित विवादों के कारण शिक्षा क्षेत्र में छात्रों, अभिभावकों और हितधारकों के बीच अशांति का माहौल देखा गया।

BPSC Protest: बिहार में क्यों सड़कों पर हैं बीपीएससी छात्र? जानें प्रदर्शन करने की वजह और उनकी मांग

आइए जानते हैं इस साल किन-किन वजहों से छात्रों ने प्रदर्शन किया

फरवरी 2024 (यूपी पुलिस परीक्षा को लेकर बवाल)

साल के शुरुआत में ही यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा को लेकर बवाल हो गया था। यह परीक्षा 17 और 18 फरवरी को आयोजित हुई थी, लेकिन पेपर लीक के चलते सरकार ने परीक्षा को कुछ दिन बाद ही रद्द कर दिया था। 60,244 कांस्टेबल के पदों के लिए लगभग 48 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। सरकार ने इस परीक्षा को रद्द करने की घोषणा के साथ ही 6 महीने में परीक्षा को दोबारा आयोजित कराने का ऐलान किया था।

एनटीए की परीक्षाओं को लेकर विवाद

इस साल सबसे ज्यादा चर्चा एनटीए के एग्जाम को लेकर रही। नीट और नेट जैसी परीक्षा पर पेपर लीक का साया मंडराया। मामला कोर्ट तक भी पहुंचा। 5 मई को 24 लाख से अधिक छात्र नीट परीक्षा में शामिल हुए। 4 जून को परिणाम घोषित किया गया, जिसके बाद उम्मीदवारों ने परिणाम को लेकर सवाल खड़े किए। एनटीए ने 1500 छात्रों को ग्रेस मार्क्स देकर पास किया था। इसको लेकर बड़ी संख्या में छात्रों ने पेपर लीक का आरोप लगाया।

इसके बाद देश भर में विभिन्न छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों की मांग थी कि दोबारा परीक्षा आयोजित की जाए और इस परीक्षा की पारदर्शिता की जांच हो। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में नीट यूजी परीक्षा की दोबारा परीक्षा आयोजित करने से इनकार कर दिया।

कोलकाता में आरजी मेडिकल कॉलेज में भी छात्रों का प्रदर्षन

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त, 2024 को 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। राज्य के जूनियर डॉक्टरों ने पीड़िता के लिए न्याय और डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग को लेकर विभिन्न सरकारी अस्पतालों में काम बंद कर दिया था। सीबीआई ने ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया।

UPPSC एग्जाम शेड्यूल में बदलाव को लेकर छात्रों का प्रदर्शन

इसी साल नवंबर में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आरओ-एआरओ और पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को दो अलग-अलग तारीखों पर आयोजित करने के फैसले को लेकर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बाद में आयोग ने दोनों परीक्षाओं को एक ही दिन आयोजित कराने का फैसला किया।