एफिलिएट मार्केटिंग में आप अपने सोशल मीडिया मित्रों को किसी सेवा या उत्पाद के उपयोग के लिए कहते हैं। अगर आपके मित्र आपकी सलाह को मानते हुए, उस सेवा या उत्पाद को खरीदते हैं तो उसके एवज में आपको एक शुल्क मिलता है।
एफिलिएट मार्केटिंग से पैसे कमाने का सबसे आसान तरीका है कि आप किसी कंपनी या व्यक्ति के साथ जुड़ जाएं और उसके उत्पाद या उसकी सेवा को आनलाइन माध्यम से लोगों के बीच तक ले जाएं। आप अपनी वेबसाइट, ब्लाग, यूट्यूब चैनल या फिर सोशल मीडिया अकाउंट जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंटाग्राम आदि की मदद से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सकते हैं।
अलग-अलग एफिलिएट मार्केटिंग वेबसाइट द्वारा एफिलिएट मार्केटिंग के तहत अलग-अलग शुल्क दिया जाता है। कुछ वेबसाइट आपको 20 फीसद शुल्क देती हैं तो कुछ वेबसाइट आपको 60 फीसद तक का शुल्क देती है। इसलिए हमेशा अच्छे शुल्क देने वाले एफिलिएट मार्केटिंग कार्यक्रम से ही जुड़ना चाहिए।
एफिलिएट मार्केटिंग के लिए सबसे बेहतर वेबसाइट में अमेजन, फ्लिपकार्ट, शापक्लूज, गोडैडी और ईबे शामिल हैं। एफिलिएट मार्केटिंग शुरू करने से पहले आपको सबसे पहले यह निर्णय करना होगा कि आप किस उत्पाद या सेवा की एफिलिएट मार्केटिंग करना चाहते हैं। जैसे कि इलेक्ट्रानिक सामान की, मोबाइल की, सेहत से संबंधित उत्पादों की या फिर किसी पर्यटन सेवा की।
एफिलिएट मार्केटिंग कार्यक्रम से जुड़ने के लिए आपको अपना नाम, माता पिता का नाम, बैंक अकाउंट डिटेल, फोन नंबर, ईमेल आइडी और अन्य जानकारियों को दर्ज करना होता है।जिन लोगों के पास फेसबुक पेज में 5,000 दोस्त होते हैं या जिन लोगों के पास इंस्टाग्राम अकाउंट पर 5,000 से अधिक फालोअर होते हैं, वे लोग एफिलिएट मार्केटिंग से हर महीने औसतन 10,000 रुपए कमा लेते हैं।
प्रस्तुति : सुशील राघव