उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा में सुधार लाख दावे कर रही है लेकिन जिला स्तर के स्कूलों के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे। ताजा मामला रायबरेली जिले के जगतपुर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का है। जहां की वॉर्डन पर बच्चियों ने बाल बंधवाने, पैर दबाने, बर्तन धुलवाने और झाड़ू लगवाने का आरोप लगाया है। साथ ही बच्चियों ने सबूत के तौर अपने पैरेंट्स को भी फोटो दिए है। बच्चियों ने पैरेंट्स से बताया कि यदि हम काम करने से मना करते हैं तो उन्हें मारा और पीटा जाता है और भोजन भी नहीं दिया जाता है। इसकी जानकारी होने पर डीएम ने बीएसए को जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।

डीएम को सौंपा शिकायत पत्र:  बता दें कि प्रताड़ना से परेशान होकर कुछ बच्चियों ने बुधवार (7 नवंबर) को शिकायत पत्र लेकर डीएम कार्यालय पहुंच गई। बच्चियों ने डीएम को शिकायत पत्र सौप कार्रवाई करने की मांग की है। बच्चियों ने बताया कि वॉर्डन कुसुमा देवी हमें पढ़ाने के बजाय हमसे बाल बंधवाती है, बर्तन साफ करवाती है, पूरे परिसर में बच्चियों से ही झाड़ू करवाती है। साथ ही जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करती हैं। काम से इनकार करने पर कहती है कि तुम्हें क्या आईएएस बनाना है। जब कोई बालिका वॉर्डन की बात नहीं मानती तो कमरें में बंदकर उसकी पिटाई की जाती और उसे भोजन भी नहीं दिया जाता है।’

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दीवाली के बाद डर से नहीं आ रही बच्चियां:  दरअसल इसका खुलासा तब हुआ जब बच्चियां दीवाली की छुट्टीयों में घर आई और छुट्टी खत्म होने के बाद भी स्कूल वापस नहीं गई तो पैरेंट्स ने उनसे वापस न जाने का कारण पूछा तो उन्होंने वॉर्डन की कहानी बताई और साथ में फोटो भी दिए। इसे देख पैरेंट्स गुस्से में आ गए।

https://youtu.be/qGbTzK5zHuI

पैरेंट्स से की अभद्रता: जब इस प्रकरण की जानकारी वॉर्डन को हुई तो वह बच्चों को लेने उनके घर पहुंच गई। पैरेंट्स के बात नहीं मानने पर उनके साथ भी अभद्रता करने लगी। हालांकि डीएम शुभ्रा सक्सेना इस पर संज्ञान लेते हुए बीएसए पीएन सिंह को जांच सौंपकर जल्द कार्रवाई करने का आदेश दिया है।