NCERT Books Latest Updates: कक्षा 7 के बच्चों की सामाजिक विज्ञान की किताब में एनसीआरटी ने बड़ा बदलाव किया है। अब इन छात्रों को मुगलों का इतिहास नहीं पढ़ाया जाएगा, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क NCF के तहत एनसीईआरटी की किताब में अब ये चैप्टर नहीं होंगे। उनकी जगह अब मगध, मौर्य और शुंग सातवाहन जैसे प्रचीन राजवंशों पर नए चैप्टर शामिल किए गए हैं, जो कि भारतीय लोकाचार पर केंद्रित हैं।
इतना ही नहीं, नई किताबों में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित 2025 महाकुंभ मेले का संदर्भ भी शामिल है। इसके अलावा, इसमें विभिन्न चैप्टर्स में कई संस्कृत शब्दों को भी शामिल किया गया है, जैसे कि जनपद, सम्राज्य, अधिराज, और राजाधिराज आदि।
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पहले भी एनसीआरटी ने किए हैं कई बदलाव
बता दें कि कक्षा 7वीं की संशोधित किताब में यूनानियों पर विस्तृत खंड भी शामिल हैं। कक्षा 7 की नई किताबों, एक्सप्लोरिंग सोसाइटी: इंडिया एंड बियॉन्ड, भाग-1, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) और नए एनसीएफ के तहत एनसीईआरटी की संशोधित श्रृंखला में नवीनतम है। पिछले साल कक्षा 3 और 6 के लिए नई किताबें पेश करने के बाद, एनसीईआरटी ने अब कक्षा 4 और 7 के लिए अपडेटेड वर्जन पेश किए हैं।
एनसीईआरटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि किताब का पार्ट-2 भी आने वाले महीनों में जारी होने वाला है। नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने कहा कि पार्ट-1 में 12 अध्याय हैं, जिन्हें शैक्षणिक सत्र के पहले छह महीनों के दौरान पढ़ाया जाएगा। पार्ट-2 में कई अतिरिक्त विषय शामिल होने की उम्मीद है, इसलिए हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इसके जारी होने का इंतज़ार करें।
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भारतीयता पर केंद्रित किताबें
NCERT ने पहले मुगलों और दिल्ली सल्तनत पर सेक्शन छोटे कर दिए थे, जिनमें मुगल सम्राटों की उपलब्धियों की दो पन्नों की तालिका और मामलूक, तुगलक, खलजी और लोदी जैसे राजवंशों का विस्तृत विवरण शामिल था, जो 2022-23 में कोविड-19 महामारी के दौरान अपने पाठ्यक्रम को आसान और छोटा बनाने का हिस्सा था। नई किताबों ने अब उनके सभी संदर्भ हटा दिए हैं। पुस्तक में अब सभी नए अध्याय हैं जिनमें मुगलों और दिल्ली सल्तनत का कोई उल्लेख नहीं है।
किताब की प्रस्तावना में, NCERT के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी लिखते हैं कि किताब उन मूल्यों को एकीकृत करती है जिन्हें हम अपने छात्रों में विकसित करना चाहते हैं, यह भारतीय सांस्कृतिक संदर्भ में निहित है और उम्र के अनुसार वैश्विक दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है।
