दिल्ली नगर निगम (MCD) के शिक्षा समिति ने अपने स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष आउटरीच गतिविधि शुरू करने का फैसला किया है। वर्तमान में निगम स्कूलों में लगभग 6.5 लाख छात्र नामांकित हैं और लक्ष्य कम से कम एक लाख नए छात्रों को जोड़ने का रखा गया है। शिक्षा समिति के चेयरमैन योगेश वर्मा ने बताया कि योजना के तहत प्रत्येक स्कूल से दो शिक्षक हर शनिवार को अलग-अलग मोहल्लों और बस्तियों में जाकर अभिभावकों को बच्चों को निगम स्कूलों में दाखिला दिलाने के लिए प्रेरित करेंगे।

इस दौरान शिक्षक एमसीडी स्कूलों की विशेषताओं जैसे मुफ्त मिड-डे मील, यूनिफॉर्म और स्टेशनरी के बारे में भी जानकारी देंगे। नामांकन बढ़ाने में सफल शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए निगम ने ‘निगम अवार्ड’ देने का भी निर्णय लिया है।

इधर, दिल्ली सरकार ने दिव्यांग छात्रों के लिए शिक्षा विभाग के संसाधन केंद्रों के माध्यम से नई सुविधाएं शुरू की हैं। अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पीच थेरेपी और क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट से काउंसलिंग जैसी सेवाएं मिलेंगी।

शिक्षा निदेशालय (DoE) की समावेशी शिक्षा शाखा की हालिया आदेश के तहत इन सेवाओं को लागू किया गया है। फिलहाल दिल्ली में 24 संसाधन केंद्र संचालित हैं, जिनमें से 10 का उद्घाटन पिछले माह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान के तहत किया था।

अधिकारियों के मुताबिक, ये केंद्र 12,500 से अधिक दिव्यांग बच्चों को लाभ पहुंचाएंगे। यहां थैरेपी के साथ परिवार काउंसलिंग, सेंसरी एवं वर्चुअल रियलिटी रूम और औपचारिक असेसमेंट सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। निर्देशों के अनुसार, ये केंद्र सप्ताह में छह दिन, सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक चलेंगे और प्रत्येक थैरेपी सत्र 45 मिनट का होगा। हर दिन अधिकतम आठ सत्र आयोजित किए जाएंगे।