जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में छात्र संघ चुनाव 2025-26 के लिए सभी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवार फाइनल कर दिए हैं। इस बार चुनाव में कुल 20 उम्मीदवार चार सेंट्रल पैनल पोस्ट (प्रेसिडेंट, वाइस-प्रेसिडेंट, जनरल सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी) के लिए चुनाव लड़ेंगे। इनमें छह महिला उम्मीदवार शामिल हैं। इस चुनाव में लेफ्ट दलों ने महागठबंधन बनाया है जिसमें AISA, SFI और DSF शामिल हैं, जबकि AISF ने खुद को महागठबंधन से बाहर रखा है। ABVP भी पूरे दमखम के साथ चुनाव में उतर रही है।
कब होगी प्रेसिडेंशियल डिबेट?
जेएनयू छात्र संघ चुनाव के तहत मतदान 4 नवंबर को होगा। इससे पहले होने वाली प्रेसिडेंशियल डिबेट का छात्रों को बेसब्री से इंतजार है। प्रेसिडेंशियल डिबेट 2 नवंबर को आयोजित होगी जिसके बाद चुनाव प्रचार पूरी तरह से थम जाएगा। 3 नवंबर को कैंपस में कोई प्रचार नहीं होगा। इसके बाद 4 नवंबर को वोटिंग दो फेज में होगी। पहला सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दूसरा फेज दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक होगा।
इस डिबेट का इंतजार रहता है छात्रों को
जेएनयू छात्र संघ चुनाव में हर साल प्रेसिडेंशियल डिबेट का इंतजार बेसब्री से किया जाता है। इस कार्यक्रम में अध्यक्ष पद के लिए लड़ने वाले सभी प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार छात्रों के समक्ष चुनाव प्रचार का अपना आखिरी भाषण पेश करते हैं। यह भाषण राष्ट्रीय मुद्दों पर केंद्रित होता है और कैंडिडेट्स के भाषण में देश की राजनीतिक की भी झलक मिलती है।
इस बार डिबेट में यह हो सकते हैं मुद्दे
इस बार की प्रेसिडेंशियल डिबेट कहीं न कहीं बिहार चुनाव को ध्यान में रखकर भी हो सकती है। इस डिबेट में बिहार चुनाव का जिक्र इसलिए भी हो सकता है क्योंकि लेफ्ट पृष्ठभूमि के अधिकतर छात्र बिहार से होते हैं। इतना ही नहीं RJD की स्टूडेंट विंग छात्र राष्ट्रीय जनता दल ने जॉइंट सेक्रेटरी पोस्ट के लिए रवि राज को उम्मीदवार भी बनाया है। इसके अलावा डिबेट में ट्रंप टैरिफ का भी जिक्र किया जा सकता है। इसको लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा जा सकता है।
