जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में 17 दिन से चल रही छात्र संघ की हड़ताल खत्म हो गई है। दरअसल, जेएनयू प्रशासन ने छात्र संघ की मांगों पर सहमति जताई है जिसके बाद उन्होंने अपनी हड़ताल खत्म करने की घोषणा की। जेएनयू प्रशासन ने छात्र संघ की जिन मांगों पर सहमति जताई है उनमें सबसे प्रमुख है कि अगले साल यूजी कोर्सेस के लिए यूनिवर्सिटी अलग से प्रवेश परीक्षा बहाल करेगी।

अगले साल से अलग प्रवेश परीक्षा होगी जेएनयू में!

बता दें कि JNUSU ने अपने मांगपत्र में इस बात को प्रमुखता से रखा था कि अगले साल यूजी कोर्सेस के लिए अलग से प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाए। इस मांग पर जेएनयू प्रशासन ने मौखिक रूप से आश्वासन दिया है। हालांकि अभी प्रशासन की ओर से इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। प्रशासन का आश्वासन अगर लागू होता है तो अगले साल से जेएनयू में सीयूईटी यूजी परीक्षा के आधार पर दाखिले नहीं होंगे।

इस साल बहुत देरी से आया सीयूईटी यूजी रिजल्ट

बता दें कि इस साल सीयूईटी यूजी के रिजल्ट में जो देरी हुई थी उसको लेकर कई यूनिवर्सिटीज ने नाराजगी व्यक्त की थी। उसमें से एक जेएनयू भी थी। सीयूईटी यूजी रिजल्ट में देरी की वजह से जेएनयू समेत देश की सभी यूनिवर्सिटीज में यूजी कोर्सेस के लिए एडमिशन प्रक्रिया बहुत देरी से शुरू हुई थी। इस साल सीयूईटी का रिजल्ट आने से पहले ही जेएनयू में अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित किए जाने की मांग उठ गई थी।

जेएनयू प्रशासन ने इन मांगों पर भी बनी सहमति

प्रशासन ने मेरिट-कम-मीन्स (एमसीएम) छात्रवृत्ति बढ़ाने तथा अतिरिक्त धनराशि प्राप्त होने पर स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड मैनेजमेंट स्टडीज के विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति देने पर सहमति व्यक्त की है।

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आगामी अकादमिक परिषद की बैठक नैफी समिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर सहमति जताई है जिसमें एडमिशन के दौरान वाइवा के मार्क्स को कम करने का सुझाव दिया गया है।

इसके अलावा विश्वविद्यालय ने पार्थसारथी रॉक्स गेट को प्रतिदिन सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खोलने पर सहमति व्यक्त की है। हालांकि छात्र संघ इसे 24×7 खुले रहने की वकालत कर रहा है।

प्रशासन ने नियमित छात्र संकाय समिति (एसएफसी) के चुनाव कराने और पिछले विरोध प्रदर्शनों में शामिल छात्रों के खिलाफ जांच बंद करने का भी वादा किया है। PhD fellowship continuation फॉर्म जमा करने की समय सीमा एक महीने से बढ़ाकर तीन महीने कर दी गई है।