भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) में एडमिशन लेने और उनमें पढ़ाई करने का सपना हर साल लाखों युवाओं का होता है, लेकिन हर किसी का यह सपना पूरा नहीं हो पाता। देश के टॉप आईआईटी संस्थानों में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स को काफी जटिल प्रवेश परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है। इन प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के बाद भी एडमिशन की गारंटी नहीं मिलती, क्योंकि आईआईटी में एडमिशन के लिए प्रतिस्पर्धा काफी कठिन है।
NIRF रैंकिंग 2024 में 7 स्थान IIT संस्थानों के पास
स्कूलिंग के दौरान 11वीं क्लास में स्टूडेंट्स जब नॉन मेडिकल स्ट्रीम चुनते हैं तो अधिकतर के दिमाग में आईआईटी में एडमिशन लेने का लक्ष्य होता है। आईआईटी की विशेषता को ऐसे समझ सकते हैं कि NIRF 2024 की ओवरऑल कैटेगिरी में सात स्थान IIT संस्थानों के पास थे। 12वीं पास करने के बाद स्टूडेंट्स के दिमाग में सबसे पहला सवाल यही होता है कि आईआईटी में एडमिशन कैसे मिलेगा ? अगर आपके मन में भी यही सवाल है तो आपको इसका जवाब यहीं मिलेगा।
भारत के प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थानों में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवारों को कुछ प्रवेश परीक्षाएं देनी होती हैं। जिनके माध्यम से कोई उम्मीदवार IIT में पढ़ाई कर सकता है। हम आपको उन परीक्षाओं के बारे में विस्तार से बताते हैं।
आईआईटी में तीन लेवल पर एंट्री मिलती है इसमें- अंडरग्रेजुए, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी शामिल है।
1. अंडर ग्रेजएट लेवल (जेईई मेन्स)
सबसे पहले अंडर ग्रेजुएट लेवल में तीन तरह के एंट्रेस टेस्ट होते हैं। सबसे पहले नंबर पर जेईई मेन्स आता है। यह आईआईटी में एडमिशन प्रक्रिया का पहला स्टेज होता है जिसे एनटीए के द्वारा आयोजित किया जाता है। जेईई मेन्स उन छात्रों के लिए आयोजित होती है जिन्होंने 12वीं साइंस स्ट्रीम से पूरी की है या फिर फाइनल करने की कगार पर हैं। यह परीक्षा न केवल आईआईटी में एडमिशन के लिए छात्र को योग्य बनाती है बल्कि वह NIT, IIIT और CFTI में भी आवेदन कर सकते हैं।
जेईई एडवांस
यह आईआईटी में एडमिशन का दूसरा चरण है। जेईई मेन्स क्लियर करने वाले उम्मीदवार ही इस परीक्षा में शामिल होते हैं। जेईई एडवांस के लिए कोई भी स्टूडेंट लगातार 2 बार से अधिक प्रयास नहीं कर सकता। JEE (एडवांस्ड) में कुल अंकों के आधार पर रैंक लिस्ट तैयार की जाती है। संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मेन और एडवांस्ड) उन छात्रों के लिए है जो बीटेक, बीएस, डुअल डिग्री और आईडीडीडीपी प्रोग्रामों के लिए आवेदन करना चाहते हैं। एक बार जब कोई उम्मीदवार जेईई एडवांस में सफल हो जाता है तो वह आईआईटी में एडमिशन पाने के लिए योग्य हो जाता है।
- UCEED
अंडरग्रेजुएट कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर डिजाइन (UCEED) IIT में बीडीएस कोर्स के लिए आयोजित होती है। इस एंट्रेंस में बैठने के लिए उम्मीदवार को 12वीं में किसी भी स्ट्रीम से पास आउट होना चाहिए। इस साल UCEED का आयोजन 21 जनवरी को किया गया था। एक छात्र अधिकतम दो बार इस परीक्षा को दे सकता है।
2. पोस्ट ग्रेजुएट
GATE
ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग यानि कि GATE, ये परीक्षा भी आईआईटी में एडमिशन के लिए आयोजित होती है। यह एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जो इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्ट, साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स और ह्यूमैनिटीज में विभिन्न ग्रेजुएट विषयों की व्यापक समझ का परीक्षण करती है। GATE 2025 के लिए परीक्षा 1 से 16 फरवरी के बीच आयोजित की जाएगी और इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस चल रहा है।
अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट gate2025.iitr.ac.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। वर्तमान में किसी भी ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम के तीसरे साल में पढ़ रहे उम्मीदवार इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
JAM
जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स यानि कि JAM के लिए भी रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। 11 अक्तूबर तक इस परीक्षा के लिए आवेदन किया जा सकता है। यह परीक्षा भी आईआईटी में दाखिले की राह खोलती है। JAM वह तरीका है जिसके माध्यम से छात्र IIT, IISc और अन्य सहयोगी संस्थानों द्वारा पेश किए जाने वाले विभिन्न विज्ञान और प्रौद्योगिकी विषयों में MSc और एकीकृत PhD कार्यक्रमों में प्रवेश लिया जा सकता है।
CEED
कॉमन एंट्रेंस एग्जाम फॉर डिजाइन (CEED) उन छात्रों के लिए है जो IIT में MDes, PhD प्रोग्राम जैसे कोर्स के लिए आवेदन करना चाहते हैं। परीक्षा में छात्रों द्वारा प्राप्त किए गए अंक एक वर्ष के लिए वैध होते हैं। इस एग्जाम के लिए वही उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं जो कम से कम तीन साल का डिग्री, डिप्लोमा, पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम कर चुके हो या फिर फाइनल ईयर में हो। साथ ही GD आर्ट्स डिप्लोमा प्रोग्राम पास किया हो।
3. पीएचडी प्रवेश
आईआईटी में पीएचडी कोर्सेस के लिए मानदंड और पात्रता अलग-अलग हैं। छात्रों से अनुरोध है कि वे पाठ्यक्रम, पात्रता और परीक्षा पैटर्न के बारे में विस्तार से जानने के लिए ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करें।
आईआईटी की पढ़ाई के बाद कितनी मिलती है सैलरी?
आईआईटी की पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद कैंडिडेट्स को प्लेसमेंट दिया जाता है और पहली ही नौकरी में उम्मीदवारों को लाखों की सैलरी ऑफर होती है। एक IIT डिग्री धारक के अनुसार, आईआईटी से निकलने वाले नए इंजीनियरों को आम तौर पर 6 लाख रुपये से लेकर 35 लाख रुपये सालाना तक का पैकेज ऑफर होता है। हालांकि, कंप्यूटर साइंस (CSE) और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (ECE) वालों को ज्यादा सैलरी पैकेज वाली जॉब मिल जाती है। बाकी के लिए औसत सैलरी 10-12 लाख साल की होती है। यानि कि महीने का करीब 1 लाख रुपया।