दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव के रिजल्ट अब करीब एक महीने की देरी से जारी होंगे। हालांकि नतीजे आज घोषित होने थे, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने नतीजों पर रोक लगा दी। अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही मतगणना शुरू होगी और फिर नतीजे घोषित किए जाएंगे। हाईकोर्ट ने शुक्रवार को वोटिंग के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों की तोड़फोड़ और उन्हें नुकसान पहुंचाने के मामले की जांच पूरी होने तक काउंटिंग पर रोक लगा दी थी।
डूसू चुनाव में ABVP उम्मीदवारों की जानिए कुंडली
बता दें कि इस बार डूसू चुनाव में ABVP और NSUI उम्मीदवारों के बीच कांटे की लड़ाई देखने को मिली है। डूसू में ABVP पिछले 10 साल से काबिज है। पिछले साल भी ABVP ने अध्यक्ष पद समेत तीनों पोस्ट पर कब्जा जमाया था। वहीं वाइस प्रेजिडेंट की पोस्ट NSUI के खाते में गई थी। इस बार के चुनाव में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के बीच पहली बार गठबंधन हुआ है।
पिछले साल भी ABVP ने अध्यक्ष पद समेत तीनों पोस्ट पर कब्जा जमाया था। वहीं वाइस प्रेजिडेंट की पोस्ट NSUI के खाते में गई थी। इस बार के चुनाव में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के बीच पहली बार गठबंधन हुआ है।
इस बार के चुनाव में खड़े हुए उम्मीदवारों की बात करें तो कुल 21 कैंडिडेट्स चुनाव लड़ रहे हैं जिसमें अध्यक्ष के लिए आठ, उपाध्यक्ष के लिए पांच और सचिव और संयुक्त सचिव के लिए चार-चार उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। डूसू चुनाव के लिए वोटिंग शुक्रवार को संपन्न हुई। इस दौरान कुल 52 कालेजों व विभागों में वोट डाले गए। 145893 मतदाताओं में से 51300 छात्रों ने अपने मत का उपयोग किया।
डूसू चुनाव में इस साल NSUI ने प्रेजिडेंट पद के लिए रौनक खत्री, वाइस प्रेजिडेंट के लिए यश नांदल, सेक्रेटरी पद के लिए नम्रता जेफ मीना और ज्वॉइंट सेक्रेटरी पद के लिए लोकेश चौधरी को मैदान में उतारा है।
इस साल एबीवीपी ने अध्यक्ष पद के लिए ऋषभ चौधरी, उपाध्यक्ष पद के लिए भानु प्रताप सिंह, सचिव पद के लिए मित्रविंदा कर्ण और संयुक्त सचिव पद के लिए अमन कपासिया को उम्मीदवार बनाया है।
डूसू चुनाव के लिए मतदान दो शिफ्ट में हुआ था। पहली शिफ्ट सुबह 8.30 से दोपहर एक बजे और दूसरी शिफ्ट शाम 3 बजे से तकरीन 7 बजे तक थी। 42 मतदान केंद्रों पर 43451 छात्रों ने अपने मत का उपयोग किया। पहली पाली में सिर्फ 29.7 प्रतिशत ही वोट डाले गए।
डूसू चुनाव 2024 में पहली बार स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के बीच गठबंधन हुआ था। इस साल डूसू चुनाव में एनएसयूआई ने प्रेजिडेंट पद के लिए रौनक खत्री, वाइस प्रेजिडेंट के लिए यश नांदल, सेक्रेटरी पद के लिए नम्रता जेफ मीना और ज्वॉइंट सेक्रेटरी पद के लिए लोकेश चौधरी को मैदान में उतारा है।
डूसू चुनाव परिणाम पर रोक लगाते हुए अदालत ने कहा था, "यह अदालत निर्देश देती है कि चुनाव प्रक्रिया जारी रह सकती है, लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय (छात्र संघ) या कॉलेज चुनावों में तब तक कोई मतगणना नहीं होगी, जब तक कि अदालत इस बात से संतुष्ट न हो जाए कि पोस्टर, होर्डिंग्स, भित्तिचित्र, स्प्रे पेंट हटा दिए गए हैं और सार्वजनिक संपत्ति बहाल कर दी गई है।"
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) 2024 के नतीजे अब 21 अक्टूबर के बाद ही जारी होंगे। रिजल्ट आज आना था, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के कारण मतगणना अगली सुनवाई यानी 21 अक्टूबर के बाद ही की जाएगी।
हाईकोर्ट ने उम्मीदवारों द्वारा सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने को लेकर मतगणना प्रक्रिया रोक दी थी। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, डूसू चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर राजेश सिंह ने कहा कि डूसू चुनाव 21 अक्टूबर के बाद होंगे।
इस साल डूसू चुनाव में एनएसयूआई ने प्रेजिडेंट पद के लिए रौनक खत्री, वाइस प्रेजिडेंट के लिए यश नांदल, सेक्रेटरी पद के लिए नम्रता जेफ मीना और ज्वॉइंट सेक्रेटरी पद के लिए लोकेश चौधरी को मैदान में उतारा है।
डूसू चुनाव के रिजल्ट में देरी की संभावना नजर आ रही है क्योंकि शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने नतीजे जारी करने पर रोक लगा दी थी। दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेडेला की पीठ ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया जारी रह सकती है, लेकिन मतगणना तब तक नहीं होगी, जब तक अदालत इस बात से संतुष्ट नहीं हो जाती कि संपत्ति को खराब करने वाली चीजें हटा दी गई है। बता दें कि काउंटिंग आज होनी थी, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही मतगणना शुरू होगी।
डूसू चुनाव के दौरान शुक्रवार को नॉर्थ कैंपस में कैंडिडेट और इलेक्शन इंचार्ज प्रोफेसर के बीच हाथापाई का मामला सामने आया था। आरोप है कि वोटिंग के दौरान NSUI उम्मीदवार ने प्रोफेसर के साथ मारपीट की। जानकारी के मुताबिक, संयुक्त सचिव पद पर प्रत्याशी NSUI कैंडिटेंस बैलेट रूम में पहुंचा तो सभी बैलेट बंद थे और काफी देर तक वोटिंग शुरू नहीं हुई थी। इसी को लेकर कैंडिडेट और प्रोफेसर के बीच कहासुनी हुई और फिर इसके बाद मारपीट हो गई। घटना का वीडियो भी सामने आया।
इसी घटना को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने वोटों की गिनती और रिजल्ट जारी करने पर रोक लगा दी। अब यह कह पाना मुश्किल है कि यह रोक कब तक लगी रहेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिजल्ट में देरी हो सकती है क्योंकि हाईकोर्ट की सुनवाई की अगली तारीख 21 अक्टूबर है तो माना जा रहा है कि रिजल्ट लंबा खींच सकता है।
डूसू चुनाव के लिए मतदान दो शिफ्ट में हुआ था। पहली शिफ्ट सुबह 8.30 से दोपहर एक बजे और दूसरी शिफ्ट शाम 3 बजे से तकरीन 7 बजे तक थी। 42 मतदान केंद्रों पर 43451 छात्रों ने अपने मत का उपयोग किया। पहली पाली में सिर्फ 29.7 प्रतिशत ही वोट डाले गए।
पिछले साल हुए डूसू चुनाव में एबीवीपी ने तीन सीटें जीती थीं। इसमें अध्यक्ष पद तुषार डेढ़ा ने जीत दर्ज की, सेक्रेटरी पद पर अपराजिता ने, ज्वाइंट सेक्रेटरी पद पर सचिन बैसला और उपाध्यक्ष की पोस्ट पर एनएसयूआई के अभि दहिया चुनाव जीते थे।
पिछले साल भी ABVP ने अध्यक्ष पद समेत तीनों पोस्ट पर कब्जा जमाया था। वहीं वाइस प्रेजिडेंट की पोस्ट NSUI के खाते में गई थी।
शुक्रवार (27 सितंबर 2024) को संपन्न हुए डूसू चुनाव में नॉर्थ और साउथ कैंपस दोनों को मिलाकर 1.45 लाख से अधिक छात्रों ने वोट डाले। DUSU के मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय के अनुसार, 52 कॉलेजों के कुल 1,45,893 छात्र वोटिंग का हिस्सा बने। वोटिंग शाम 5.45 बजे तक चली थी।