Delhi Vacancies: दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताया है कि शिक्षकों की रिक्तियों को लेकर नोटिफिकेशन और शिक्षक वैकेंसी को भरना एक ‘आउटगोइंग प्रोसेस’ है। निदेशालय ने कोर्ट को बताया कि 1 अप्रैल को शिक्षण पदों की 14 अलग-अलग श्रेणियों के लिए 3,904 वैकेंसी हैं। 7 मार्च को जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा की सिंगल बेंच ने विभाग को निर्देश दिया था कि वह सभी शिक्षण पदों में रिक्तियों पर एक स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करें और रिक्तियों को भरने के लिए उठाए गए कदमों और रिक्तियों को कब तक भरा जाएगा, उसकी भी तारीख बताएं।
निदेशालय के हलफनामे में कहा गया है, “शिक्षकों की वैकेंसी का नोटिफिकेशन और भरना एक ऑउटगोइंग प्रोसेस है। रिक्तियों को समय-समय पर अधिसूचित किया जाता है और नियमित उम्मीदवारों के चुनाव के साथ पदों को भरा जाता है।”

इसमें एक चार्ट में आगे कहा गया है कि 1 अप्रैल तक सहायक शिक्षक (प्राथमिक) के 4,060 स्वीकृत पदों के लिए 198 रिक्तियां हैं और प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT) के 34,105 स्वीकृत पदों के लिए, 290 वैकेंसी हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि प्राचार्यों के 950 स्वीकृत पदों के लिए 863 वैकेंसी हैं और शिक्षण पदों की कुल 14 अलग-अलग श्रेणियों के लिए 69,193 स्वीकृत पदों के लिए 3,904 वैकेंसी हैं।

डीओई द्वारा की गई कार्रवाई के संबंध में हलफनामे में कहा गया है कि विभाग पदोन्नति के संबंध में प्राचार्य के 177 पदों को भरने की प्रक्रिया अंडर प्रोसेस में है। शेष रिक्तियों को समाप्त / समाप्त माना जाता है। जिसको लेकर कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। सीधी भर्ती पर यह कहा गया है कि प्राचार्य के पद के लिए 363 रिक्तियों को भरने के लिए एक मांग जनवरी 2021 में यूपीएससी को प्रस्तुत की गई थी, जिसके लिए यूपीएससी ने जुलाई 2022 में एक लिखित परीक्षा आयोजित की और अंतिम परिणाम 22 मार्च को घोषित किया गया।

यूपीएससी ने प्रिंसिपल के पद के लिए 334 उम्मीदवारों की सिफारिश की है। हलफनामे में कहा गया है कि जब भी 334 उम्मीदवारों का चयन पैनल उनके डोजियर के साथ प्राप्त होगा, उन्हें यूपीएससी की सिफारिशों के अनुसार नियुक्त किया जाएगा। उप प्राचार्यों की विभागीय पदोन्नति पर हलफनामे में कहा गया है कि डीओई में एक अप्रैल की स्थिति में 1029 उपप्राचार्य कार्यरत हैं जिन्हें पदोन्नति से ही भरा जाता है। हालाँकि, अक्टूबर 2019 में, चयन का तरीका 100 प्रतिशत पदोन्नति से बदलकर 50 प्रतिशत पदोन्नति और 50 प्रतिशत सीधी भर्ती से किया गया है, इसलिए विभाग पदोन्नति कोटा के लिए केवल 835 पद आरक्षित हैं।

यूपीएससी ने नहीं जारी किया अभी इंटरव्यू की तारीख

वाइस-प्रिंसिपल की सीधी भर्ती पर हलफनामे में कहा गया है कि सीधी भर्ती कोटा के तहत वाइस-प्रिंसिपल के 131 पदों को भरने के लिए अप्रैल 2022 में यूपीएससी को एक मांग पत्र प्रस्तुत किया गया था। पद के लिए लिखित परीक्षा 11 दिसंबर, 2022 को आयोजित की गई थी। जिसके लिए परिणाम 17 जनवरी को घोषित किया गया था और यूपीएससी द्वारा साक्षात्कार के लिए कार्यक्रम घोषित किया जाना बाकी है।

एमसीडी ने 7 मार्च के आदेश के अनुसार एमसीडी स्कूलों में रिक्त शिक्षण पदों को भरने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों को इंगित करने के लिए एमसीडी द्वारा उठाए गए कदमों पर उप निदेशक शिक्षा, शिोक्षक भर्ती सेल, एमसीडी के माध्यम से एक स्थिति रिपोर्ट भी दायर की है।एमसीडी के हलफनामे में कहा गया है कि प्रधानाध्यापकों के 509 पद रिक्त हैं और प्रधानाध्यापकों की पदोन्नति की प्रक्रिया चल रही है।

स्वीकृत 21,823 प्राथमिक शिक्षक पदों के विरुद्ध 2,683 रिक्तियां हैं। हलफनामे में कहा गया है कि दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) को मांग पत्र भेजा जा रहा है और इन शिक्षकों को DSSSB से चयनित उम्मीदवारों के डोजियर प्राप्त करने के बाद सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर भर्ती किया जाएगा। एमसीडी ने आगे कहा है कि एमसीडी स्कूलों में रिक्तियों को भरना “प्रक्रियाधीन” है। मामले के अगली सुनवाई 23 मई को होगी।