आंध्र प्रदेश और ओडिशा में चक्रवात ‘मोंथा’ (Cyclone Montha) के खतरे को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया है। बंगाल की खाड़ी में बन रहा यह चक्रवात तेजी से ताकतवर होता जा रहा है और मौसम विभाग के अनुसार यह मंगलवार देर शाम तक तटीय इलाकों से टकरा सकता है। इस दौरान हवा की रफ्तार 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है।
मौसम विभाग ने बताया कि रविवार देर रात तक यह तूफान काकीनाडा (आंध्र प्रदेश) से लगभग 830 किमी और गोपालपुर (ओडिशा) से 930 किमी दूर था। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र ने अब एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले लिया है, जो अगले 24 घंटों में और प्रचंड हो सकता है।
आंध्र प्रदेश और ओडिशा में अलर्ट जारी
दोनों राज्यों की सरकारें अलर्ट मोड में हैं। राहत दलों को तैनात किया गया है और तटीय व निम्न इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। आपात योजनाएं सक्रिय कर दी गई हैं ताकि जन-धन की हानि को न्यूनतम किया जा सके।
बंद किए गए स्कूल-कॉलेज
चक्रवात के खतरे को देखते हुए आंध्र प्रदेश इंटरमीडिएट एजुकेशन बोर्ड ने रविवार को घोषणा की कि 27 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक निम्नलिखित जिलों विजयनगरम, विशाखापत्तनम, अनकापल्ली, काकीनाडा, वेस्ट गोदावरी, एलुरु, कृष्णा, एनटीआर, गुंटूर, बापटला, पल्लनाडु और वाईएसआर कडप्पा में सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी जूनियर कॉलेज बंद रहेंगे।
वहीं ओडिशा में गजपति जिले के सभी स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र और कॉलेज 30 अक्टूबर तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य के आठ दक्षिणी जिलों, मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा, गंजाम, गजपति, कंधमाल, कालाहांडी और नबरंगपुर को रेड जोन में रखा गया है। सभी 30 जिलों को सतर्क रहने के आदेश जारी किए गए हैं, ताकि दिशा बदलने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
तटीय इलाकों में सतर्कता
मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवात 28 अक्टूबर की शाम को आंध्र प्रदेश तट के मछलीपट्टनम और कलींगपट्टनम के बीच काकीनाडा के पास से गुजर सकता है। राज्य सरकार ने राहत और आवश्यक आपूर्ति की विस्तृत योजना तैयार की है, ताकि तूफान के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न हो। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम विभाग और राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और तूफान के दौरान तटीय क्षेत्रों से दूर रहें।
