अगले साल यानी 2025 में सीयूईटी एग्जाम में बैठने की सोच रहे स्टूडेंट्स के लिए यूजीसी चेयरमैन जगदीश कुमार ने एक बड़ी घोषणा की है। दरअसल, उन्होंने इस बात के संकेत दिए हैं कि अगले साल यानी 2025 में होने वाली CUET UG और CUET PG परीक्षा के लिए कई बड़े और अहम बदलाव होने वाले हैं। यह जानकारी खुद जगदीश कुमार ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी है। उन्होंने अपनी ट्विटर पोस्ट में कहा है कि पिछले कुछ सालों की प्रतिक्रिया के आधार पर CUET यूजी और पीजी में अगले साल कुछ अहम बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
यूजीसी ने गठित किया एक एक्सपर्ट पैनल
जगदीश कुमार ने आगे कहा कि सीयूईटी देने वाले छात्रों के लिए बेहतर, अधिक कुशल और अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए परीक्षा प्रक्रिया में निरंतर सुधार करना भी आवश्यक है और इसीलिए यूजीसी ने 2025 के लिए सीयूईटी यूजी और सीयूईटी पीजी के संचालन की समीक्षा के लिए एक एक्सपर्ट पैनल का गठन किया है जो इस एग्जाम में होने वाले बदलावों पर सुझाव देगी। जगदीश कुमार ने अपनी पोस्ट के साथ एक वीडियो भी पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि विभिन्न डिग्री कॉलेजों के स्टूडेंट के साथ 2 घंटे की बातचीत के बाद बदलाव करने का निष्कर्ष निकला है।
पैनल की सिफारिशों पर हुआ विचार
जगदीश कुमार ने बताया कि हमने जो एक्सपर्ट पैनल गठित किया था उसने परीक्षा के विभिन्न पहलुओं जैसे इसकी संरचना, पेपरों की संख्या, टेस्ट पेपरों की अवधि, syllabus alignment और operational logistics की जांच की और उसके बाद इस पैनल की सिफारिशों पर विचार किया गया। इस समिति की रिपोर्ट और छात्रों से मिले फीडबैक के आधार पर, यूजीसी जल्द ही सीयूईटी यूजी और सीयूईटी पीजी 2025 के संचालन के लिए संशोधित दिशा-निर्देशों का विवरण देते हुए एक ड्राफ्ट जारी किया है, जिसमें छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और संस्थानों से फीडबैक और सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे।
2022 और 2024 में इस परीक्षा पर उठे सवाल
बता दें कि 2022 में सीयूईटी परीक्षा के पहले एडिशन में सीयूईटी-यूजी में तकनीकी खामियां थीं। साथ ही, एक विषय के लिए कई शिफ्टों में आयोजित किए जाने वाले परीक्षणों के परिणामस्वरूप, परिणामों की घोषणा के दौरान अंकों को सामान्य करना पड़ा। वहीं 2024 में पहली बार इस एग्जाम को हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया था, लेकिन लॉजिस्टिक कारणों का हवाला देते हुए इस परीक्षा को एक दिन पहले ही पूरी दिल्ली में परीक्षा को रद्द कर दिया गया था।