डॉक्टरी की पढ़ाई यानि कि MBBS को हिंदी में शुरू किए जाने की बात काफी समय से होती रही है, लेकिन अभी तक कहीं इसकी शुरुआत नहीं हुई। मध्य प्रदेश और बिहार ऐसे राज्य हैं जिन्होंने एमबीबीएस को हिंदी में शुरू करने का ऐलान पिछले महीने किया था। अब छत्तीसगढ़ ऐसा तीसरा राज्य बन गया है जिसने एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में शुरू करने का ऐलान किया है।

पीएम मोदी ने 2022 में व्यक्त की थी यह इच्छा

शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने घोषणा की है कि 2024-25 शैक्षणिक सत्र से एमबीबीएस पाठ्यक्रम हिंदी में भी शुरू किया जाएगा। विष्णु देव साय ने हिंदी दिवस के मौके पर कहा कि राज्य में एमबीबीएस पाठ्यक्रम अब चालू शैक्षणिक सत्र से हिंदी में पढ़ाया जाएगा। साय ने कहा कि उनकी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिंदी में चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के दृष्टिकोण को लागू करने में प्रसन्न है, जिसे उन्होंने 2022 में यूपी की एक रैली के दौरान व्यक्त किया था।

क्या कहा है सीएम ने ?

विष्णु देव साय ने यह घोषणा करते हुए कहा, “हमारी सरकार ने हिंदी दिवस के मौके पर एक बड़ा फैसला लिया है। एमबीबीएस पाठ्यक्रम अब हिंदी में भी पढ़ाया जाएगा। इस सत्र (2024-25) से पहले वर्ष में हिंदी में किताबें शुरू की जाएंगी। स्वास्थ्य विभाग को किताबें और अध्ययन सामग्री की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।”

बिहार और मध्य प्रदेश पहले कर चुके हैं यह ऐलान

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ से पहले बिहार और मध्य प्रदेश की सरकार भी डॉक्टरी की पढ़ाई को हिंदी में शुरू किए जाने का ऐलान कर चुकी है। इसी साल जुलाई में बिहार सरकार ने घोषणा की थी कि आगामी शैक्षणिक सत्र से बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जन और MBBS कोर्स की पढ़ाई हिंदी में भी उपलब्ध होगी। बिहार के शिक्षा मंत्री मंगल पांडे ने यह ऐलान किया था। बिहार से मध्य प्रदेश ऐसा पहला राज्य बना था जिसने यह घोषणा की थी। एमपी में यह घोषणा पिछले साल हुई थी।