केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अगले शैक्षणिक सत्र से छात्रों को वैकल्पिक विषय के रूप में तीन नये विषयों में चुनाव करने का अवसर देने का फैसला किया है। छात्रों के मानसिक और शारीरिक विकास को ध्‍यान में रखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), अर्ली चाइल्‍डहुड केयर एंड एजुकेशन (ECCE), और योग को स्कूल पाठ्यक्रम में कौशल विषयों के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। यह विषय छात्रों के लिए वैकल्पिक विषय के रूप में उपलब्‍ध होंगे।

सीबीएसई द्वारा जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, एआई को कक्षा 9वीं के लिए तथा ईसीसीई और योग को वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर वैकल्पिक विषय के रूप में छात्रों के लिए सिलेबस में जोड़े जाएंगे। सीबीएसई ने इन बेहद महत्‍वपूर्ण विषयों को सिलेबस में जोड़ने के मौके पर यह भी कहा कि “योग जीवन जीने का एक तरीका सिखाएगा जो स्वस्थ शरीर में एक स्वस्थ दिमाग की ओर ले जाता है जबकि प्रारंभिक बचपन शिक्षा छात्रों को नर्सरी और किंडरगार्डन कक्षाओं के बच्चों को खुश शिक्षा या बाल केंद्रित शिक्षा के अन्य प्रणालियों को पढ़ाने के लिए तैयार करेगी,”

मुख्य बिंदु –
यदि कोई छात्र तीन वैकल्पिक विषयों (विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान) में से कोई भी विषय पाने में असमर्थ रहता है, तो उसे कौशल विषयों में से विषय चुनने की आजादी होगी।
दसवीं कक्षा के परिणाम की गणना अनिवार्य पांच विषयों के आधार पर ही की जाएगी।
सीबीएसई ने वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर वैकल्पिक विषयों के रूप में योग और प्रारंभिक शिक्षा के विषयों को जोड़ा है।
एआई, योग और प्रारंभिक शिक्षा माध्यमिक स्तर पर उपलब्‍ध विषय होंगे, जो मौजूदा पांच अनिवार्य विषयों के साथ अतिरिक्त छठे विषय के रूप में छात्रों के लिए उपलब्‍ध होंगे।