सीबीएसई ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नया नोटिस जारी कर दिया है। एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरिया ने ट्विट कर दी जानकारी। सीबीएसई बोर्ड अब अपने 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स का रिजल्ट जारी करने जा रहा है। सीबीएसई एग्जाम कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने कहा कि अगर स्टूडेंट्स ऑप्शनल एग्जाम देते हैं तो उनके द्वारा एग्जाम में लाए गए नंबर ही फाइनल माने जाएंगे। सीबीएसई ने नोटिस जारी कर बताया कि रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी किए जाएंगे जबकि CISCE ने यह तय नहीं किया है कि वे जुलाई के मध्य में परिणाम की घोषणा करेंगे या नहीं। सीबीएसई की मूल्यांकन योजना बोर्ड परीक्षा के अंतिम तीन पेपरों में छात्रों द्वारा प्राप्त अंकों पर विचार करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने रद्द परीक्षा के लिए छात्रों को अंक देने के लिए CBSE को अपनी मूल्यांकन योजना को आगे बढ़ाने की भी अनुमति दी है। वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय के कुछ प्रोफेसरों ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के छात्रों के लिए सीबीएसई मूल्यांकन मानदंडों को ‘नुकसानदेह’ कहा है।
CBSE Board Class 10th, 12th Exam Result 2020 Date Latest News Update
जिन छात्रों ने सिर्फ एक या दो विषयों के पेपर ही दिए होंगे। ऐसे छात्रों के रिजल्ट तैयार करने के लिए उनके इन विषयों की परफारमेंस, इंटरनल प्रैक्टिकल असेसमेंट के अंकों को जोड़कर असेसमेंट होगा। हालांकि इस प्रकार में छात्रों की संख्या बेहद कम है और अधिकतर छात्र दिल्ली के ही हैं। सीबीएसई बोर्ड ने 12वीं के छात्रों का रिजल्ट तैयार करने के लिए चार सूत्रीय फार्मूला तैयार किया है।
CBSE, ICSE Board Class 10th, 12th Results 2020 LIVE Updates:Check here
सीबीएसई के सूत्रों ने बताया कि 10वीं और 12वीं के छात्र जिन्होंने परीक्षा पूरी कर ली है, उनका सामान्य रूप से मूल्यांकन किया जाएगा. जिन छात्रों ने 3 से अधिक पेपर दिए हैं, शेष पेपर के लिए सर्वश्रेष्ठ 3 विषयों के औसत से नंबर को जोड़ा जाएगा. जिन लोगों ने 3 पेपर दिए हैं, शेष परीक्षाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ 2 विषयों के औसत से नंबरों को जोड़ा जाएगा.
इसी तरह जिन छात्रों ने 1 या 2 पेपर दिए हैं, उनके रिजल्ट बोर्ड परफॉर्मेंस और इंटर्नल प्रोजेक्ट असेसमेंट पर होंगे. सीबीएसई की ओर से 15 जुलाई तक रिजल्ट घोषित किए जाएंगे. 12वीं क्लास के बच्चों के लिए वैकल्पिक बोर्ड परीक्षा में बैठने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वह अपना परफॉर्मेंस सुधार लें.
सीबीएसई का कहना है कि स्थिति अनुकूल होने पर ही वैकल्पिक बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही सरकार दिल्ली यूनिवर्सिटी को आवेदन की समय सीमा (4 जुलाई) तक बढ़ाने के लिए कह सकती है, क्योंकि सीबीएसई छात्रों का रिजल्ट देर से घोषित किया जाएगा।
कोरोना संकट के कारण सीबीएसई ने 1 से 15 जुलाई तक होने वाली परीक्षाएं निरस्त कर दीं. यह जानकारी बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान दी. इसके बाद कोर्ट ने केंद्र और सीबीएसई को 12वीं क्लास की परीक्षा को लेकर नया नोटिफिकेशन जारी करने को कहा है।
CBSE ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द करने और वैकल्पिक अंक का फार्मूला जारी कर दिया है। जिनके 3 से अधिक पेपर हो चुके हैं उन्हें बेस्ट 3 के औसत पर बाकी सब्जेक्ट में नम्बर मिलेंगे। जिनके 3 पेपर हुए हैं वे बेस्ट 2 की औसत पर नम्बर पाएंगे। 12वीं के छात्रों को वैकल्पिक एक्जाम का मौका मिलेगा।
जिन्होंने 3 से ज़्यादा परीक्षा दी हैं- बेस्ट ऑफ 3 के एवरेज से बचे हुए विषय के अंक- जिन्होंने 3 परीक्षा दी हैं- बेस्ट ऑफ 2 का औसत- जिन्होंने 1 या 2 ही परीक्षा दी हैं- उनके अंक और आंतरिक मूल्यांकन/प्रैक्टिकल का औसत
CBSE बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी कर देगा। CBSE मामले में याचिकाकर्ता के वकील सवाल किया कि 12वीं के बच्चों को दोबारा परीक्षा का मौका कब मिलेगा, इसे भी स्पष्ट किया जाए। हालाांकि इस बिंदु पर अभी स्पष्टता नहीं दी गई है।
जारी डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि बोर्ड परीक्षा में शिक्षक द्वारा पढ़ाए गए विषयों का मूल्यांकन किया जा सकता है, वहीं स्कूल के इंटर्नल एग्जॉम्स में सेल्फ स्टडी के टॉपिक्स को कवर किया जा सकता है। सीबीएसई छात्र के आंतरिक मूल्यांकन के लिए प्रत्येक विषय में 20 अंक निर्धारित करता है।
जारी डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि बोर्ड परीक्षा में शिक्षक द्वारा पढ़ाए गए विषयों का मूल्यांकन किया जा सकता है, वहीं स्कूल के इंटर्नल एग्जॉम्स में सेल्फ स्टडी के टॉपिक्स को कवर किया जा सकता है। सीबीएसई छात्र के आंतरिक मूल्यांकन के लिए प्रत्येक विषय में 20 अंक निर्धारित करता है।
CBSE के साथ-साथ CISCE भी इस साल ICSE, ISC परीक्षा आयोजित नहीं करेगी। इस घोषणा का असर सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ-साथ JEE मेन और NEET 2020 सहित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाओं पर भी पड़ने वाला है।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने ट्वीट किया, ‘वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर, CBSE द्वारा 5 जुलाई 2020 को आयोजित होने वाली CET परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। परीक्षा की अगली तारीख की घोषणा की जाएगी।’
सीबीएसई बोर्ड एफिलिएशन के लिए अभी तक अप्लाई न कर पाने वालों को राहत दी है। बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन, जिसमें बोर्ड ने विभिन्न श्रेणियों के तहत आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ा दी है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने स्कूलों से 2020-21 सत्र के लिए बोर्ड से संबद्धता के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि तीसरी बार बढ़ा दी है। स्कूलों के पास इससे पहले सीबीएसई से संबद्धता के लिए आवेदन करने का समय 30 जून था।
स्कूलों के पास इससे पहले सीबीएसई से संबद्धता के लिए आवेदन करने का समय 30 जून था। लेकिन कोरोनावायरस के कारण आवेदन की तिथि तीसरी बार बढ़ाकर 31 जुलाई तक कर दी गई है।
देश अब लॉकडाउन से अनलॉक की तरह बढ़ रहा है, जिससे काफी समय से रुकी हुईं प्रक्रियाओं को धीरे-धीरे फिर से शुरू किया जा रहा है। देश में लागू लॉकडाउन के कारण अंतिम तिथि को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था और दूसरी बार समय सीमा को आगे बढ़ाकर 30 जून तक किया गया था।
COVID -19 के कारण मौजुदा हालात को ध्यान में रखते हुए, बोर्ड के सक्षम प्राधिकारी ने उचित विचार के बाद, सभी श्रेणियों के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अवधि 31 जुलाई 2020 तक बढ़ाने के लिए मंजूरी दे दी है।
CBSE का मुख्य कार्य स्कूल को संबद्धता प्रदान करना यानी स्कूलों को मान्यता देना है। जिस भी स्कूल ने सीबीएसई मान्यता दी जाती है, उसे सीबीएसई के दिशानिर्देशों के अनुसार चलना होगा। इन स्कूलों को भी CBSE द्वारा सुझाए गए अध्ययन के पाठ्यक्रम की 10 + 2 प्रणाली का पालन करना होगा। वर्तमान में लगभग 222511 स्कूल वर्तमान में भारत और विदेशों में CBSE से संबद्ध हैं। प्रत्येक वर्ष लगभग 200 नए स्कूल सीबीएसई संबद्धता प्राप्त करते हैं।
CBSE का मुख्य कार्य स्कूल को संबद्धता प्रदान करना यानी स्कूलों को मान्यता देना है। जिस भी स्कूल ने सीबीएसई मान्यता दी जाती है, उसे सीबीएसई के दिशानिर्देशों के अनुसार चलना होगा। इन स्कूलों को भी CBSE द्वारा सुझाए गए अध्ययन के पाठ्यक्रम की 10 + 2 प्रणाली का पालन करना होगा। वर्तमान में लगभग 222511 स्कूल वर्तमान में भारत और विदेशों में CBSE से संबद्ध हैं। प्रत्येक वर्ष लगभग 200 नए स्कूल सीबीएसई संबद्धता प्राप्त करते हैं।
COVID -19 के कारण मौजुदा हालात को ध्यान में रखते हुए, बोर्ड के सक्षम प्राधिकारी ने उचित विचार के बाद, सभी श्रेणियों के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अवधि 31 जुलाई 2020 तक बढ़ाने के लिए मंजूरी दे दी है।
देश अब लॉकडाउन से अनलॉक की तरह बढ़ रहा है, जिससे काफी समय से रुकी हुईं प्रक्रियाओं को धीरे-धीरे फिर से शुरू किया जा रहा है। देश में लागू लॉकडाउन के कारण अंतिम तिथि को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था और दूसरी बार समय सीमा को आगे बढ़ाकर 30 जून तक किया गया था।
स्कूलों के पास इससे पहले सीबीएसई से संबद्धता के लिए आवेदन करने का समय 30 जून था। लेकिन कोरोनावायरस के कारण आवेदन की तिथि तीसरी बार बढ़ाकर 31 जुलाई तक कर दी गई है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने स्कूलों से 2020-21 सत्र के लिए बोर्ड से संबद्धता के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि तीसरी बार बढ़ा दी है। स्कूलों के पास इससे पहले सीबीएसई से संबद्धता के लिए आवेदन करने का समय 30 जून था।
सीबीएसई बोर्ड एफिलिएशन के लिए अभी तक अप्लाई न कर पाने वालों को राहत दी है। बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन, जिसमें बोर्ड ने विभिन्न श्रेणियों के तहत आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ा दी है।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने ट्वीट किया, ‘वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर, CBSE द्वारा 5 जुलाई 2020 को आयोजित होने वाली CET परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। परीक्षा की अगली तारीख की घोषणा की जाएगी।’
CBSE के साथ-साथ CISCE भी इस साल ICSE, ISC परीक्षा आयोजित नहीं करेगी। इस घोषणा का असर सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ-साथ JEE मेन और NEET 2020 सहित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाओं पर भी पड़ने वाला है।
जारी डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि बोर्ड परीक्षा में शिक्षक द्वारा पढ़ाए गए विषयों का मूल्यांकन किया जा सकता है, वहीं स्कूल के इंटर्नल एग्जॉम्स में सेल्फ स्टडी के टॉपिक्स को कवर किया जा सकता है। सीबीएसई छात्र के आंतरिक मूल्यांकन के लिए प्रत्येक विषय में 20 अंक निर्धारित करता है।
जारी डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि बोर्ड परीक्षा में शिक्षक द्वारा पढ़ाए गए विषयों का मूल्यांकन किया जा सकता है, वहीं स्कूल के इंटर्नल एग्जॉम्स में सेल्फ स्टडी के टॉपिक्स को कवर किया जा सकता है। सीबीएसई छात्र के आंतरिक मूल्यांकन के लिए प्रत्येक विषय में 20 अंक निर्धारित करता है।
CBSE बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी कर देगा। CBSE मामले में याचिकाकर्ता के वकील सवाल किया कि 12वीं के बच्चों को दोबारा परीक्षा का मौका कब मिलेगा, इसे भी स्पष्ट किया जाए। हालाांकि इस बिंदु पर अभी स्पष्टता नहीं दी गई है।
जिन्होंने 3 से ज़्यादा परीक्षा दी हैं- बेस्ट ऑफ 3 के एवरेज से बचे हुए विषय के अंक
- जिन्होंने 3 परीक्षा दी हैं- बेस्ट ऑफ 2 का औसत
- जिन्होंने 1 या 2 ही परीक्षा दी हैं- उनके अंक और आंतरिक मूल्यांकन/प्रैक्टिकल का औसत
CBSE ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द करने और वैकल्पिक अंक का फार्मूला जारी कर दिया है। जिनके 3 से अधिक पेपर हो चुके हैं उन्हें बेस्ट 3 के औसत पर बाकी सब्जेक्ट में नम्बर मिलेंगे। जिनके 3 पेपर हुए हैं वे बेस्ट 2 की औसत पर नम्बर पाएंगे। 12वीं के छात्रों को वैकल्पिक एक्जाम का मौका मिलेगा।
सीबीएसई और केंद्र से सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि नए नोटिफिकेशन में आंतरिक मूल्यांकन और परीक्षा के बीच विकल्प का स्पष्ट करें. साथ ही स्टेट बोर्ड एग्जाम की वर्तमान स्थिति, परीक्षाओं की तारीख के बारे में बताने को कहा है. कोर्ट ने आज सुबह तक सीबीएसई से नया नोटिफिकेशन और हलफनामा मांगा है।
कोरोना संकट के कारण सीबीएसई ने 1 से 15 जुलाई तक होने वाली परीक्षाएं निरस्त कर दीं. यह जानकारी बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान दी. इसके बाद कोर्ट ने केंद्र और सीबीएसई को 12वीं क्लास की परीक्षा को लेकर नया नोटिफिकेशन जारी करने को कहा है।
सीबीएसई का कहना है कि स्थिति अनुकूल होने पर ही वैकल्पिक बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही सरकार दिल्ली यूनिवर्सिटी को आवेदन की समय सीमा (4 जुलाई) तक बढ़ाने के लिए कह सकती है, क्योंकि सीबीएसई छात्रों का रिजल्ट देर से घोषित किया जाएगा।
इसी तरह जिन छात्रों ने 1 या 2 पेपर दिए हैं, उनके रिजल्ट बोर्ड परफॉर्मेंस और इंटर्नल प्रोजेक्ट असेसमेंट पर होंगे. सीबीएसई की ओर से 15 जुलाई तक रिजल्ट घोषित किए जाएंगे. 12वीं क्लास के बच्चों के लिए वैकल्पिक बोर्ड परीक्षा में बैठने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वह अपना परफॉर्मेंस सुधार लें.
सीबीएसई के सूत्रों ने बताया कि 10वीं और 12वीं के छात्र जिन्होंने परीक्षा पूरी कर ली है, उनका सामान्य रूप से मूल्यांकन किया जाएगा. जिन छात्रों ने 3 से अधिक पेपर दिए हैं, शेष पेपर के लिए सर्वश्रेष्ठ 3 विषयों के औसत से नंबर को जोड़ा जाएगा. जिन लोगों ने 3 पेपर दिए हैं, शेष परीक्षाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ 2 विषयों के औसत से नंबरों को जोड़ा जाएगा.
10वीं और 12वीं की परीक्षा कैंसिल करने के बाद सीबीएसई की ओर से रिजल्ट के ऐलान की नई योजना बनाई जा रही है. सूत्रों का कहना है कि सीबीएसई अब परीक्षा कराने के मूड में नहीं है. छात्रों के रिजल्ट घोषित करने के लिए सीबीएसई की ओर से नई स्कीम बनाई जाएगी और उस आधार पर मूल्यांकन करके रिजल्ट जारी किया जाएगा. बताया जा रहा है कि सीबीएसई 15 जुलाई तक रिजल्ट घोषित कर सकता है.
कक्षा 12 के लगभग 12.66 लाख छात्रों में से एक-तिहाई छात्रों ने COVID-19 महामारी के सामने आने से पहले अपनी सभी परीक्षाएं दी थीं। शेष उम्मीदवारों- कुल के लगभग दो-तिहाई को विशेष योजना के तहत ग्रेड दिया जाएगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुछ प्रोफेसरों ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के छात्रों के लिए सीबीएसई मूल्यांकन मानदंडों को 'नुकसानदेह' कहा है। उनका मानना है कि डीयू के शीर्ष कॉलेजों में कट ऑफ प्रभावित होने की संभावना नहीं है यानी हर बार की तरह कट ऑफ उतनी ही हाई हो सकती है जितनी हर बार होती है। इसके अलावा, जो छात्र सीबीएसई द्वारा दिए गए परीक्षा देने के विकल्प को चुनेंगे, उनके लिए भी कुछ सीटें ओपन रखनी पड़ सकती है।
जारी डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि बोर्ड परीक्षा में शिक्षक द्वारा पढ़ाए गए विषयों का मूल्यांकन किया जा सकता है, वहीं स्कूल के इंटर्नल एग्जॉम्स में सेल्फ स्टडी के टॉपिक्स को कवर किया जा सकता है। सीबीएसई छात्र के आंतरिक मूल्यांकन के लिए प्रत्येक विषय में 20 अंक निर्धारित करता है।
जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे, वे 15 जुलाई तक अपने परिणाम की उम्मीद कर सकते हैं, जैसा कि बोर्ड की अधिसूचना में बताया गया है। हालांकि, CISCE ने यह तय नहीं किया है कि वे जुलाई के मध्य में परिणाम की घोषणा करेंगे या नहीं। वे अपनी स्वयं की अंकन योजना के साथ आने की योजना भी बनाते हैं।