सीबीएसई बोर्ड के 10वीं 12वीं के जो स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं उनके एग्जाम होने हैं। बोर्ड की तरफ से इसके लिए अभी तारीखों की घोषणा नहीं की गई है। हां, यह जरूर कहा गया था कि सीबीएसई बोर्ड के 10वीं 12वीं के एग्जाम्स में जिनकी कंपार्टमेंट आई है वह स्टूडेंट्स एग्जाम दे पाएंगे। कोरोनावारस के कारण एग्जाम होने में समय लग सकता है। बोर्ड गृह मंत्रालय से ग्रीन सिग्नल के बाद ही तारीखों की घोषणा करेगा। इस बीच कुछ स्टूडेंट्स का कहना है कि वह उनके 2-4 नंबर कम हैं। उन्हें बिना एग्जाम के ग्रेस देकर पास कर देना चाहिए। ताकि उनका एक साल बर्बाद न हो।
UGC Guidelines 2020 Live Updates
सीबीएसई बोर्ड ने डॉक्यूमेंट्स स्कूलों या डिजीलॉकर के माध्यम से छात्रों को जारी किए हैं। अपने ट्विटर हैंडल पर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को दस्तावेजों से संबंधित शिकायतें मिलती रही हैं। कुछ छात्रों ने शिकायत की है कि उनके डॉक्यूमेंट्स में नाम और जन्म तिथि गलत है। हम स्टूडेंट्स को बता दें कि वह इन्हें आसानी से ठीक करा सकते हैं।
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प्रक्रियाओं के बाद संशोधित परिणाम और प्राप्तांक डाउनलोड करने में आ रही तकनीकी समस्याओं या स्पष्टीकरण के लिए भी सम्पर्क कर सकते हैं। बोर्ड द्वारा दिल्ली ईस्ट रीजन के लिए 011-22236195 और 011-22236180 जबकि दिल्ली वेस्ट रीजन के लिए 011-61344826 हेल्पलाइन जारी की गयी है।
सीबीएसई बोर्ड ने वेरीफिकेशन / रि-वैल्यूएशन / फोटोकॉपी के लिए आवेदन करने के इच्छुक परीक्षार्थियों के लिए हेल्पलाइन जारी की है। बोर्ड द्वारा देश भर के विभिन्न रीजन के लिए जारी हेल्पलाइन पर कॉल करके परीक्षार्थी न सिर्फ इन प्रक्रियाओं के लिए आवेदन से सम्बन्धित किसी भी प्रकार की जानकारी ले सकते हैं।
सीबीएसई ने जुलाई में कक्षा 10 और कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित किया था। इस वर्ष, बोर्ड COVID-19 महामारी के कारण परीक्षाएं पूरी नहीं कर सका और परिणाम के लिए एक नई मूल्यांकन योजना का पालन करना पड़ा।
परिणाम की घोषणा के एक साल के भीतर जन्म तिथि बदलने का अनुरोध किया जाना चाहिए और दस्तावेजों को स्कूल के प्रमुख द्वारा अग्रेषित किया जाना चाहिए।
कुछ विद्यार्थियों ने यह भी शिकायत की है कि उनके माता-पिता के नाम दस्तावेजों में स्वैप किए गए हैं। इस पर बोर्ड का कहना है, "उम्मीदवार / पिता / माता /अभिभावक के नाम में सुधार के लिए आवेदन केवल परिणाम की घोषणा के एक वर्ष के भीतर माना जाएगा।" प्रवेश पत्र की एक प्रति, स्कूल लीविंग प्रमाण पत्र और स्कूल के प्रवेश और निकासी रजिस्टर के पृष्ठ का हिस्सा जहां उम्मीदवार के संबंध में प्रविष्टि की गई है, संस्था के प्रमुख द्वारा अग्रेषित किया जाना चाहिए।
बोर्ड ने कहा है कि वेबसाइट में उल्लिखित दिशानिर्देशों के बाद विद्यार्थी अपने सीबीएसई दस्तावेजों में त्रुटि को सही कर सकते हैं। दस्तावेजों में नाम बदलने पर, बोर्ड का कहना है, "उम्मीदवारों के नाम या उपनाम में परिवर्तन के संबंध में आवेदनों पर विचार किया जा सकता है, बशर्ते कि परिवर्तन कानून के न्यायालय द्वारा स्वीकार किया गया हो और सरकारी राजपत्र में अधिसूचित किया गया हो ।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के दस्तावेज अपने स्कूलों या डिजीलॉकर खातों के माध्यम से विद्यार्थियों को जारी किए गए हैं। अपने ट्विटर हैंडल पर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को दस्तावेजों से संबंधित शिकायतें मिल रही हैं। कुछ विद्यार्थियों ने शिकायत की है कि उनके दस्तावेज़ में गलत नाम और जन्म तिथि गलत है।
सीबीएसई बोर्ड 12वीं रिजल्ट 2020 की घोषणा के बाद ऐसे सभी छात्रों, जो कि अपने मार्क्स से संतुष्ट नहीं थे, ने अपने प्राप्तांकों के सत्यापन (Verification) के लिए आवेदन किया था। सीबीएसई बोर्ड ने इन्हीं आवेदनों के आधार पर छात्रों के चुने गये विषयों के लिए सत्यापन के बाद संशोधित प्राप्तांक जारी कर दिये हैं।
सीबीएसई से लगातार छात्र कंपार्टमेंटल परीक्षा लेने की मांग रहे हैं। कई छात्र हैं जिनका निफ्ट में चयन हो गया है लेकिन 12वीं बोर्ड में एक विषय में कंपार्ट लग गया है। अब अगर जल्द से जल्द परीक्षा नहीं होगी तो ये निफ्ट की काउंसलिंग में शामिल नहीं हो पाएंगे और साल बर्बाद हो जाएगा।
निफ्ट की काउंसलिंग दो अगस्त से शुरू हो रही है। सीबीएसई की मानें तो कोविड-19 का प्रभाव खत्म होने के बाद ही कंपार्टमेंटल परीक्षा ली जा सकेगी। इसकी जानकारी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं रिजल्ट के साथ ही दी थी लेकिन जिन छात्रों का कंपार्ट लगा है वो परीक्षा लेने की मांग कर रहे हैं।
COVID-19 महामारी के चलते UP Board ने भी Syllabus में लगभग 30% तक की कटौती की है। आप UP Board 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा का नया सिलेबस नीचे दिए गए लिंक के द्वारा हासिल कर सकते हैं।
COVID-19 महामारी के चलते CBSE ने Syllabus में लगभग 30% तक की कटौती की है। आप 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा का नया सिलेबस नीचे दिए गए लिंक के द्वारा हासिल कर सकते हैं।
GATE 2021 की तारीखों की घोषणा हो गई है। इसके अलावा इस बार इस परीक्षा में कई तरह के बदलाव भी हुए हैं।
ताज़ा अपडेट के अनुसार, NEET 2020 परीक्षा का आयोजन 13 सितंबर को होगा वही JEE Main 2020 परीक्षा का आयोजन 1 सितंबर से लेकर 6 सितंबर 2020 तक होगा। JEE Advanced 2020 परीक्षा की तारीख 27 सितंबर है। COVID-19 के बढ़ते मामलों के कारण कई विद्यार्थी ट्विटर पर इन परीक्षाओं को फिर से पोस्टपोन करने की मांग कर रहे हैं।
एमएचए द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, "यूटी और राज्यों के साथ व्यापक परामर्श के बाद, यह निर्णय लिया गया है कि स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान 31 अगस्त तक बंद रहेंगे।"
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कम्पार्टमेंट एग्जाम और ऑप्शनल एग्जाम से संबंधित एक नोटिफिकेशन जारी किया है। सीबीएसई ने कंपार्टमेंट परीक्षा की तारीखों की घोषणा नहीं की है लेकिन ऐसी उम्मीद की जा रही है कि बोर्ड जल्द इन परीक्षा की तारीखों का ऐलान कर सकता है।
गृह मंत्रालय द्वारा अनलॉक 3 (1 August से 31 August) के लिए नए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। दिशा निर्देशों के अनुसार स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान जैसे शैक्षिक संस्थान अब 31 अगस्त तक बंद रहेंगे। गृह मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार UTऔर States के साथ व्यापक परामर्श के बाद यह निर्णय लिया गया है कि स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान 31 अगस्त तक बंद रहेंगे।
COVID-19 महामारी के डर के बीच, देश भर में सभी स्कूल अभी भी अपने परिसरों में कक्षाएं फिर से शुरू करने में सक्षम नहीं हैं। हालांकि, सोशल डस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए ऑनलाइन क्लास चलाई की जा रही हैं, कक्षा अध्ययन की अनुपस्थिति पढ़ाई में एक बड़ा नुकसान पैदा कर रही है। इस नुकसान की भरपाई करने और छात्रों के बीच दबाव को कम करने के लिए, सीबीएसई ने कक्षा 9 वीं, 10 वीं, 11 वीं और 12 वीं के सभी विषयों के सिलेबस को घटा दिया है। बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2020-2021 के लिए कुछ निश्चित विषयों और अध्यायों को हटाकर पाठ्यक्रम में कटौती की है।
कुछ स्टूडेंट्स ने बताया कि विश्वविद्यालयों ने पहले ही काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है और हमें कोई सीट नहीं मिल पा रही है। सीबीएसई को कंपार्टमेंट परीक्षा रद्द करनी चाहिए और 3 विषयों में से सर्वश्रेष्ठ के आधार पर परिणाम घोषित करना चाहिए।
स्टूडेंट्स का कहना है कि “एक विषय में कम्पार्टमेंट के कारण हम कॉलेजों में प्रवेश लेने में असमर्थ हैं। यदि वे सितंबर में परीक्षा आयोजित करते हैं, तो हमारा पूरा साल बर्बाद हो जाएगा क्योंकि लगभग सभी निजी कॉलेजों में प्रवेश अगस्त में ही समाप्त हो रहे हैं, और सितंबर से कक्षाएं शुरू होंगी।
सीबीएसई ने जुलाई में कक्षा 10 और कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित किया था. इस साल, COVID-19 महामारी के कारण बोर्ड परीक्षाएं पूरी नहीं हो सकी थी. परिणाम के लिए एक नई मूल्यांकन योजना का पालन करना पड़ा था.
मार्कशीट में नाम बदलने पर बोर्ड का कहना है कि उम्मीदवारों के नाम या सरनेम में बदलाव के संबंध में आवेदनों पर विचार किया जा सकता है. बशर्तें है कि परिवर्तन कानून के न्यायालय द्वारी स्वीकार किया गया हो।
सीबीएसई ने जुलाई में कक्षा 10 और कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित किया था। इस साल, COVID-19 महामारी के कारण बोर्ड परीक्षाएं पूरी नहीं हो सकी थी। परिणाम के लिए एक नई मूल्यांकन योजना का पालन करना पड़ा था।
MHA (गृह मंत्रालय) द्वारा अनलॉक 3 दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। दिशानिर्देशों के अनुसार, CBSE और अन्य स्कूल, शैक्षणिक संस्थान (जैसे NEET 2020 के लिए कोचिंग संस्थान, JEE मेन 2020, JEE एडवांस्ड, UPSC, GATE और अन्य) अब 31 अगस्त तक रहेंगे।
सीबीएसई को छात्रों की कई शिकायतों का सामना करना पड़ा। जिसमें छात्रों ने मार्कशीट में कुछ गलतियां बताई हैं जैसे छात्रों के नाम और जन्मतिथि गलत लिखी गई है। मार्कशीट में नाम बदलने पर बोर्ड का कहना है कि उम्मीदवारों के नाम या सरनेम में बदलाव के संबंध में आवेदनों पर विचार किया जा सकता है। बशर्तें है कि परिवर्तन कानून के न्यायालय द्वारी स्वीकार किया गया हो।
सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं-12वीं की मार्कशीट डिजीलॉकर में अपलोड कर दी है। वहीं रिजल्ट जारी होने के बाद लगातार सीबीएसई को छात्रों की कई शिकायतों का सामना करना पड़ा। जिसमें छात्रों ने मार्कशीट में कुछ गलतियां बताई हैं जैसे छात्रों के नाम और जन्मतिथि गलत लिखी गई है।
सीबीएसई की मानें तो कोविड-19 का प्रभाव खत्म होने के बाद ही कंपार्टमेंटल परीक्षा ली जा सकेगी। इसकी जानकारी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं रिजल्ट के साथ ही दी थी लेकिन जिन छात्रों का कंपार्टमेंट आई है वो परीक्षा लेने की मांग कर रहे हैं।
छात्रों को इन वैकल्पिक परीक्षाओं में सीबीएसई रिजल्ट 2020 में अपने प्रदर्शन में सुधार करने की अनुमति दी जाएगी यदि वे ऐसा चाहते हैं। इन वैकल्पिक परीक्षाओं में एक उम्मीदवार द्वारा प्राप्त अंकों को अंतिम माना जाएगा।
अधिसूचना के अनुसार, सीबीएसई उन छात्रों के लिए वैकल्पिक परीक्षा भी आयोजित करेगा जिनके सीबीएसई परिणाम उन विषयों में मूल्यांकन योजना के आधार पर घोषित किए गए हैं जिनकी परीक्षा 14 जुलाई 2020 से 15 जुलाई 2020 तक निर्धारित की गई थी।
आधिकारिक अधिसूचना में, सीबीएसई ने उल्लेख किया कि कक्षा 12 के लिए सीबीएसई परिणाम 2020 को 13 जुलाई 2020 को जारी किया गया था। जो छात्र एक विषय में उत्तीर्ण अंक प्राप्त करने में असमर्थ थे उन्हें कंपार्टमेंट कैटेगरी में रखा गया है। परीक्षा की योजना के अनुसार, सीबीएसई कंपार्टमेंट परीक्षाएं आयोजित करेगा। सीबीएसई कंपार्टमेंट परीक्षा 2020 की तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है।
JEE एडवांस्ड 2020 के लिए परीक्षा की तारीख 27 सितंबर, 2020 है। आजकल COVID-19 मामलों की बढ़ती संख्या के कारण, छात्रों की मांग है कि इन प्रवेश परीक्षाओं को और स्थगित कर दिया जाना चाहिए।
ताजा अपडेट के मुताबिक, परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार, NEET 2020 का आयोजन 13 सितंबर को किया जाएगा जबकि JEE मेन 2020 का आयोजन 1 सितंबर से 6 सितंबर 2020 तक किया जाएगा।
सीबीएसई कंपार्टमेंट 2020 के लिए परीक्षा की तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है। कक्षा 12 के लिए सीबीएसई परिणाम 2020 को 13 जुलाई 2020 को घोषित किया गया था।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने CBSE कम्पार्टमेंट एग्जाम 2020 और CBSE ऑप्शनल एक्जाम 2020 से संबंधित एक नोटिफिकेशन जारी किया है।
नए COVID-19 से संक्रमित मामलों की संख्या रोज नए रिकॉर्ड बना रही है और शायद यही मुख्य कारण है कि भारत सरकार स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान नहीं खोलना चाहती है।
एमएचए द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, "यूटी और राज्यों के साथ व्यापक परामर्श के बाद, यह निर्णय लिया गया है कि स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान 31 अगस्त तक बंद रहेंगे।"
MHA (गृह मंत्रालय) द्वारा अनलॉक 3 दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। दिशानिर्देशों के अनुसार, CBSE और अन्य स्कूल, शैक्षणिक संस्थान (जैसे NEET 2020 के लिए कोचिंग संस्थान, JEE मेन 2020, JEE एडवांस्ड, UPSC, GATE और अन्य) अब 31 अगस्त तक रहेंगे।
बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए सीबीएसई कंपार्टमेंट परीक्षा कराती है। यह परीक्षा एक अथवा दो विषयों में फेल छात्रों के लिए आयोजित होती है। इसमें पास होने वाले छात्र को अगली कक्षा में दाखिला दे दिया जाता है। यदि किसी छात्र की किसी विषय में कंपार्टमेंट है और उसने कंपार्टमेंट परीक्षा में भाग नहीं लिया है या हिस्सा लेने के बाद उसका परिणाम फेल आया है तो उसे फेल माना जाता है।
सीबीएसई के बाकी बचे विषयों की परीक्षा 1 से 15 जुलाई तक होनी थी। कुल 29 विषयों की परीक्षा होनी थी। उसमें से 6 विषय की परीक्षा उत्तर पूर्वी दिल्ली में 10वीं क्लास के छात्रों के लिए होनी थी। ध्यान रहे कि 10वीं क्लास की परीक्षा सिर्फ दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाकों में होनी थी क्योंकि वहां दंगे की वजह से छात्र परीक्षा नहीं दे पाए थे। 12वीं क्लास की परीक्षा पूरे देश के छात्रों के लिए होनी थी। लेकिन बाद में अभिभावकों की मांग पर परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया और सीबीएसई ने वैकल्पिक मूल्यांकन प्रणाली को अपनाया।
इस साल कुल 18,73,015 छात्रों ने 10वीं क्लास की परीक्षा दी थी जिनमें से 17,13,121 छात्र पास हुए हैं। 1,59,894 छात्र पास नहीं हो पाए हैं। 12वीं क्लास का एग्जाम 11,92,961 छात्रों ने दिया था जिनमें से 10,59,080 फेल हो गए हैं। दोनों क्लास में ओवरऑल पास पर्सेंटेज में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 12वीं क्लास का पास पर्सेंटेज 5.38 फीसदी बढ़ा है जबकि 10वीं क्लास का पास पर्सेंटेज 0.36 फीसदी।